Edited By Tanuja,Updated: 21 Nov, 2020 12:56 PM
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक ओर तो चुनाव परिणामों को पलटने के अपने प्रयासों को तेज करने का संकल्प ले रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उनके द्वारा ...
वाशिंगटनः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक ओर तो चुनाव परिणामों को पलटने के अपने प्रयासों को तेज करने का संकल्प ले रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उनके द्वारा दी गई कानूनी चुनौतियों को देशभर के न्यायाधीश लगातार खारिज कर रहे हैं। ट्रंप का अभियान चुनाव में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी के अपने आरोपों के समर्थन में कुछ सबूत पेश नहीं कर सका है ऐसे में अदालतों में ये मुकदमे ठहर नहीं पा रहे।
विशेषज्ञों का मानना है कि चुनाव में धोखाधड़ी जैसा कुछ नहीं हुआ है तथा ट्रंप नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन को जनवरी में पदभार संभालने से रोकने में कामयाब नहीं होंगे। इस हफ्ते एक दिन के भीतर ट्रंप और उनके रिपब्लिकन सहयेागी तीन राज्यों में चुनाव परिणामों के प्रमाण-पत्र को रोकने की खातिर दर्ज करवाए गए मुकदमों में या तो हार गए या फिर वे मुकदमे खारिज कर दिए गए।
एरिजोना में न्यायाधीश ने बृहस्पतिवार को रिपब्लिकन सदस्यों की ओर से चुनाव परिणामों के प्रमाण-पत्र को स्थगित करने की मांग करने वाले मुकदमे को खारिज कर दिया। इसी दिन जॉर्जिया के एक न्यायाधीश ने भी इसी तरह की मांग को लेकर दायर अनुरोध खारिज कर दिया। वहीं, मिशिगन में ट्रंप के अभियान ने अपना मुकदमा बृहस्पतिवार को वापस ले लिया।