Edited By Yaspal,Updated: 21 Mar, 2023 10:27 PM

अमृतपाल सिंह का करीबी अवतार सिंह खांडा को लंदन में गिरफ्तार कर लिया गया है। जानकारी के मुताबिक, अवतार सिंह खांडा अमृतपाल सिंह का करीबी बताया जा रहा है और उसके तार पाकिस्तान से जुड़े होने की आशंका व्यक्त की है
इंटरनेशनल डेस्कः अमृतपाल सिंह के करीबी अवतार सिंह खांडा को लंदन में गिरफ्तार कर लिया गया है। जानकारी के मुताबिक, अवतार सिंह खांडा अमृतपाल सिंह का करीबी बताया जा रहा है और उसके तार पाकिस्तान से जुड़े होने की आशंका व्यक्त की है। अवतार सिंह खांडा आईएसआई के संपर्क में होने की बात सामने आई है। बता दें कि पंजाब पुलिस पिछले कई दिनो से कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए पूरे राज्य में ऑपरेशन चलाया है। अभी तक पंजाब पुलिस ने उसके कई साथियों को गिरफ्तार किया और उन्हें असम की डिब्रूगढ़ जेल में शिफ्ट किया गया है।
पंजाब पुलिस ने मंगलवार को बताया कि कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह को भागने में मदद करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इन लोगों ने अमृतपाल को एक कार से भागने में मदद की और पूछताछ के दौरान यह सामने आया कि वह जालंधर के नंगल अंबियन गांव में एक गुरुद्वारे गया था। पंजाब के पुलिस महानिरीक्षक (मुख्यालय) सुखचैन सिंह गिल ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘वहां उसने (अमृतपाल) अपने कपड़े बदले, शर्ट और पैंट पहनी और तीन अन्य लोगों के साथ दो बाइक पर सवार होकर फरार हो गया।''
शनिवार को जब पुलिस ने अमृतपाल और उसके संगठन ‘वारिस पंजाब दे' के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी, तब अमृतपाल अपना वाहन बदलकर भागने में कामयाब रहा था। गिल ने कहा कि मनप्रीत सिंह उर्फ मन्ना, गुरदीप सिंह उर्फ दीपा, हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी और गुरभेज सिंह उर्फ भेजा को अमृतपाल सिंह को भगाने में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि कार को जब्त कर लिया गया है और इसमें .315 बोर की एक राइफल, कुछ तलवारें तथा एक वॉकी-टॉकी सेट मिला है। पुलिस ने अलग-अलग पोशाक में अमृतपाल सिंह की चार तस्वीरें भी जारी कीं और लोगों से उसका पता लगाने में मदद करने की अपील की।
आईजी ने कहा कि कट्टरपंथी उपदेशक को पकड़ने के प्रयास जारी हैं। गिल ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और पुलिस अधिकारियों से नियमित ‘फीडबैक' ले रहे हैं। पुलिस ने शनिवार को कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह और उसके संगठन ‘वारिस पंजाब दे' के सदस्यों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई शुरू की थी। हालांकि, उपदेशक पुलिस को चकमा देकर भागने में सफल रहा।