Edited By Anu Malhotra,Updated: 29 Dec, 2025 08:57 AM

सोशल मीडिया डेस्क: अक्सर कहा जाता है कि कुछ नया शुरू करने के लिए कोई भी समय देर का नहीं होता, और इसी बात को सच कर दिखाया है एक 52 वर्षीय महिला ने। आज की भागदौड़ भरी InterNet की दुनिया में, जहां युवा पीढ़ी का बोलबाला है, वहां एक मां ने अपनी मेहनत से...
नेशनल डेस्क: सोशल मीडिया डेस्क: अक्सर कहा जाता है कि कुछ नया शुरू करने के लिए कोई भी समय देर का नहीं होता, और इसी बात को सच कर दिखाया है एक 52 वर्षीय महिला ने। आज की भागदौड़ भरी InterNet की दुनिया में, जहां युवा पीढ़ी का बोलबाला है, वहां एक मां ने अपनी मेहनत से न केवल जगह बनाई, बल्कि Youtube से अपनी पहली आय प्राप्त कर सबको अचंभित कर दिया है।
क्या हुआ मम्मी? – एक सवाल और गर्व भरा जवाब
इंस्टाग्राम पर वायरल हो रहे इस भावुक वीडियो को अंशुल पारीक नामक यूजर ने साझा किया है। वीडियो की शुरुआत में जब अंशुल अपनी मां से उनकी खुशी का कारण पूछती हैं, तो मां के चेहरे की चमक देखने लायक होती है। वह बड़े गर्व के साथ बताती हैं कि उन्होंने आधे साल (6 महीने) के भीतर ही अपने Youtuve Channel से कमाई शुरू कर दी है। इस वीडियो का सबसे खूबसूरत हिस्सा वह संदेश है जो स्क्रीन पर उभरता है: "मेहनत ने साबित कर दिया कि ख्वाबों की कोई एक्सपायरी डेट नहीं होती।"
'YouTube' ने भी किया सलाम
इस सफलता की गूंज सिर्फ आम लोगों तक सीमित नहीं रही। खुद यूट्यूब क्रिएटर्स इंडिया (YouTube Creators India) ने इस वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस उपलब्धि को "बेहद प्रेरणादायक" बताते हुए महिला के हौसले की सराहना की। अंशुल ने अपनी मां की इस जीत पर लिखा: "मुझे अपनी मां पर गर्व है। यह सिर्फ पैसों की बात नहीं, बल्कि एक पुराने अरमान के पूरे होने का जश्न है।"
इंटरनेट पर उमड़ा प्यार: "उम्र तो बस एक आंकड़ा है"
वीडियो के कमेंट सेक्शन में शुभकामनाओं का तांता लगा हुआ है। लोग इस कहानी को 'मंडे मोटिवेशन' की तरह देख रहे हैं। यूजर्स के कुछ चुनिंदा रिएक्शंस:
"इस वीडियो ने मेरा पूरा दिन बना दिया, वाकई जज्बा हो तो कुछ भी मुमकिन है।"
"सीखने की कोई सीमा नहीं होती, ये वीडियो इसका जीता-जागता प्रमाण है।"
"हर उस महिला के लिए मिसाल, जो घर की जिम्मेदारियों के बीच अपने हुनर को भूल गई थीं।"
डिजिटल क्रांति का नया चेहरा
यह कहानी दर्शाती है कि कैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म अब केवल मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि हर उम्र के लोगों के लिए आत्मनिर्भर बनने का एक सशक्त माध्यम बन रहे हैं। मात्र 6 महीने की लगन ने एक गृहिणी को 'डिजिटल उद्यमी' (Digital Entrepreneur) बना दिया।