Edited By Parveen Kumar,Updated: 20 Mar, 2023 02:47 AM
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने रविवार को कहा कि भारत विरोधी ताकतें देश के विकास को रोकने और इसके कार्यात्मक लोकतंत्र को कलंकित करने के लिए ‘‘नुकसानदेह आख्यान'' चला रही हैं तथा इस तरह के ‘‘दुस्साहस'' को बेअसर करने की जरूरत है।
नेशनल डेस्क : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने रविवार को कहा कि भारत विरोधी ताकतें देश के विकास को रोकने और इसके कार्यात्मक लोकतंत्र को कलंकित करने के लिए ‘‘नुकसानदेह आख्यान'' चला रही हैं तथा इस तरह के ‘‘दुस्साहस'' को बेअसर करने की जरूरत है। यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भी इस मुद्दे को उठाया और कहा कि देश के बाहर कुछ ताकतें इस तरह के प्रयास कर रही हैं क्योंकि वे भारत के विकास और उत्थान से खुश नहीं हैं।
ब्रिटेन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की हालिया टिप्पणी को लेकर संसद में गतिरोध की पृष्ठभूमि में पूर्व उपराष्ट्रपति ने लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि संसद की सुचारू कार्यवाही सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की है। धनखड़ और उनके पूर्ववर्ती नायडू दोनों ने तमिलनाडु के पूर्व राज्यपाल पी एस राममोहन राव के संस्मरण के विमोचन के दौरान आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। धनखड़ ने कहा, ‘‘भारत जितनी तेजी से आज आगे बढ़ रहा है उतना पहले कभी नहीं बढ़ा था और यह बढ़त रुकने वाली नहीं है।
राष्ट्र की वैश्विक प्रासंगिकता और पहचान इस समय एक ऐसे स्तर पर है जो इससे पहले कभी नहीं थी...और यह उत्थान भीतर और बाहर की चुनौतियों का सामना करते हुए है।'' उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे में बुद्धिजीवियों और मीडिया के लोगों की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। हम सभी को भारत विरोधी ताकतों के बारे में जागरूक होने की आवश्यकता है, जो हमारे विकास को रोकना चाहते हैं और हमारे कार्यात्मक लोकतंत्र और संवैधानिक संस्थानों को बदनाम कर रहे हैं। यह जरूरी है कि हम सभी अपने राष्ट्र और राष्ट्रवाद में विश्वास करें और ऐसे दुस्साहस से ठीक से निबटें।''