Edited By meena,Updated: 02 Jul, 2025 04:13 PM

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्र सरकार पर चुनाव आयोग और आधार कार्ड की अनिवार्यता को लेकर कड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश में मुसलमानों के खिलाफ डर और...
नेशनल डेस्क : ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्र सरकार पर चुनाव आयोग और आधार कार्ड की अनिवार्यता को लेकर कड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश में मुसलमानों के खिलाफ डर और भेदभाव का माहौल बनाया जा रहा है और नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है।
आधार कार्ड को लेकर जताई नाराज़गी
ओवैसी ने कहा कि आधार कार्ड अब लोगों की गोपनीयता और स्वतंत्रता को खत्म करने का ज़रिया बनता जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाया, 'आज के दौर में लोग होटल जाकर जबरन आधार कार्ड मांग रहे हैं और धमकी भरे लहजे में कहते हैं कि नहीं दिखाया तो पैंट उतारनी पड़ेगी। आखिर कौन हैं आप जो यह तय करेंगे और होटल में जाकर ये सवाल पूछने का अधिकार आपको किसने दिया? सुप्रीम कोर्ट पहले ही कह चुका है कि किसी भी नागरिक से इस तरह की जबरदस्ती करना गैरकानूनी है फिर यह सब क्यों हो रहा है?' ओवैसी ने साफ तौर पर कहा कि सरकार की नीतियां मुसलमानों को निशाना बना रही हैं और पूरे देश में असुरक्षा का माहौल बन रहा है।
बिहार में मतदाता सूची को लेकर उठाए सवाल
ओवैसी ने बिहार चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची की समीक्षा (रिवीजन) को भी सवालों के घेरे में लिया। उन्होंने कहा, 'बिहार जैसे राज्य में, जहां सीमांचल जैसे इलाकों को बाढ़ का सामना करना पड़ता है, वहां इतनी जल्दी में मतदाता सूची पर काम कर सकते हैं? जब 2024 के चुनाव इसी सूची के आधार पर हुए थे, तो अब अचानक उसमें फेरबदल करने की जरूरत क्यों पड़ रही है?'
ओवैसी का आरोप – बिहार की जनता से छीने जा रहे हैं उनके लोकतांत्रिक अधिकार
ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी बिहार में चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने दावा किया, हम बिहार की राजनीति में एक मजबूत ताकत हैं और आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी प्रभावशाली मौजूदगी दर्ज कराएंगे। ओवैसी ने चुनाव आयोग से भी मांग की कि वह तुरंत सर्वदलीय बैठक बुलाए और सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के अनुसार पारदर्शिता के साथ काम करे।