Edited By Mansa Devi,Updated: 23 Dec, 2025 12:31 PM

भारत की आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए सरकार बुनियादी ढांचे (इंफ्रास्ट्रक्चर) पर फोकस कर रही है। पिछले बजट में 11 लाख करोड़ रुपए से अधिक कैपेक्स का लक्ष्य रखा गया था और अब सरकार ने नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट फंड (एनआईआईएफ) में 30,000 करोड़...
नेशनल डेस्क: भारत की आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए सरकार बुनियादी ढांचे (इंफ्रास्ट्रक्चर) पर फोकस कर रही है। पिछले बजट में 11 लाख करोड़ रुपए से अधिक कैपेक्स का लक्ष्य रखा गया था और अब सरकार ने नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट फंड (एनआईआईएफ) में 30,000 करोड़ रुपए के अतिरिक्त निवेश की योजना बनाई है। सूत्रों के अनुसार, यह राशि इंफ्रा परियोजनाओं को तेज़ी से आगे बढ़ाने और किसी भी रुकावट को कम करने के लिए दी जा रही है।
एनआईआईएफ मास्टर फंड II में निवेश
सूत्रों ने बताया कि सरकार की यह राशि मुख्य रूप से एनआईआईएफ मास्टर फंड II में लगाई जाएगी। एनआईआईएफ इस समय अपने दूसरे मास्टर फंड के लिए लगभग 3.5 बिलियन डॉलर जुटाने की प्रक्रिया में है। इसके अलावा, यह प्राइवेट मार्केट्स फंड II भी लॉन्च कर रहा है, जिसका लक्ष्य 1 बिलियन डॉलर का निवेश जुटाना है।
एनआईआईएफ का इतिहास और उद्देश्य
एनआईआईएफ की स्थापना 2015 में केंद्र सरकार के 20,000 करोड़ रुपए के प्रारंभिक निवेश के साथ हुई थी। भारत सरकार की इसमें 49% हिस्सेदारी है और यह मुख्य रूप से बुनियादी ढांचे के प्रमुख क्षेत्रों में निवेश करता है। यह सॉवरेन फंड अपने चार फंड्स मास्टर फंड, प्राइवेट मार्केट्स फंड, स्ट्रेटेजिक ऑपर्च्युनिटीज फंड और इंडिया-जापान फंड के माध्यम से लगभग 4.9 बिलियन डॉलर की इक्विटी मैनेज करता है। इसमें बंदरगाह, लॉजिस्टिक्स, रिन्युएबल एनर्जी, सड़कें, डिजिटल इंफ्रा और मैन्युफैक्चरिंग जैसे सेक्टर शामिल हैं।
पिछले निवेश और सहयोगी
2020 में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने एनआईआईएफ डेट प्लेटफॉर्म में 6,000 करोड़ रुपए के निवेश को मंजूरी दी थी। एनआईआईएफ के निवेशकों में अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी, टेमासेक, ऑस्ट्रेलियनसुपर, सीपीपीआईबी, एआईआईबी, एडीबी, एनडीबी और जेबीआईसी शामिल हैं।
कैपेक्स और इंफ्रा का महत्व
सरकार की नेशनल इंफ्रा पाइपलाइन (NIP) का लक्ष्य वित्त वर्ष 2020 से 2025 तक लगभग 111 लाख करोड़ रुपए के इंफ्रा निवेश का है। वित्त वर्ष 2026 के लिए कैपेक्स लक्ष्य 11.21 लाख करोड़ रुपए रखा गया है, जो जीडीपी का लगभग 3.1% है। पिछले पांच वर्षों में कैपेक्स तीन गुना बढ़ा है, जिससे सभी सेक्टर में प्रोडक्टिविटी और आर्थिक विकास को मजबूती मिली है।
एनआईआईएफ की हाल की सफलताएं
एनआईआईएफ ने हाल के वर्षों में कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं में सफलता हासिल की है। इसमें अयाना रिन्यूएबल पावर प्राइवेट लिमिटेड की 2.3 अरब डॉलर में बिक्री और अथांग इंफ्रास्ट्रक्चर की तीन सड़क संपत्तियों को 725 मिलियन डॉलर में बेचना शामिल है। वर्तमान CEO संजीव अग्रवाल के नेतृत्व में एनआईआईएफ ने बुनियादी ढांचे के निवेश में स्थिरता और तेज़ी लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।