Edited By Seema Sharma,Updated: 30 Sep, 2020 03:33 PM
देश में ही बनाए गए बूस्टर, एयरफ्रेम सेक्शन और अन्य उपकरणों से तैयार सतह से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइल का आज सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। ब्रह्मोस का परीक्षण सुबह साढ़े 10 बजे ओडिशा में बालासोर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज पर किया गया।...
नेशनल डेस्क: देश में ही बनाए गए बूस्टर, एयरफ्रेम सेक्शन और अन्य उपकरणों से तैयार सतह से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइल का आज सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। ब्रह्मोस का परीक्षण सुबह साढ़े 10 बजे ओडिशा में बालासोर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज पर किया गया। ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की रेंज मारक क्षमता बढ़ाकर 400 किमी की गई और इस परीक्षण में यह बिल्कुल खरा उतरा। यह मिसाइल ब्रह्मोस में स्वदेशी उपकरणों की संख्या बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम है। मिसाइल ने ध्वनि की गति से 2.8 गुना अधिक रफ्तार से लक्ष्य की ओर उड़ान भरी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सफल परीक्षण के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन तथा टीम ब्रह्मोस के वैज्ञानिकों को बधाई दी है। DRDO के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी ने भी वैज्ञानिक समुदाय और उद्योग जगत को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी। राजनाथ सिंह ने कहा कि मिसाइल के सफल परीक्षण से ब्रह्मोस मिसाइल प्रणाली के बूस्टर और अन्य उपकरणों को देश में बनाए जाने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। इससे आत्मनिर्भर भारत बनाने के संकल्प को भी बल मिलेगा।