Edited By shukdev,Updated: 06 Nov, 2019 10:55 PM
भाजपा ने कांग्रेस नेताओं को एनएमएमएल सोसाइटी से हटाने पर केंद्र की मोदी सरकार की आलोचना करने पर विपक्षी पार्टी पर पलटवार किया है। पार्टी ने कहा कि कांग्रेस, नेहरू से जुड़ी हर चीज पर अपना एकाधिकार समझती है। भाजपा ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड...
नई दिल्ली: भाजपा ने कांग्रेस नेताओं को एनएमएमएल सोसाइटी से हटाने पर केंद्र की मोदी सरकार की आलोचना करने पर विपक्षी पार्टी पर पलटवार किया है। पार्टी ने कहा कि कांग्रेस, नेहरू से जुड़ी हर चीज पर अपना एकाधिकार समझती है। भाजपा ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) सोसाइटी से सदस्य के तौर पर हटाए गए कांग्रेस नेता कर्ण सिंह से गरिमापूर्ण व्यवहार करने को कहा और रेखांकित किया कि उन्होंने मोदी सरकार के दौरान अलग अलग संस्थाओं में विभिन्न पदों पर अपना कार्यकाल पूरा किया है।
भाजपा के महासचिव (संगठन) बीएल संतोष ने कहा ‘ नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी में फेर-बदल की आलोचना राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने की है। कोई उनसे पूछे कि पुस्तकालय कहां है। नेहरू से जुड़ा कुछ भी हो, वे उस पर अपना एकाधिकार समझते हैं।' गहलोत ने कहा कि यह निंदनीय है कि सरकार ने एनएमएमएल से उदार और स्वतंत्र सोच रखने वाले उन सभी विद्वानों को हटा दिया जो नेहरू की विचारधारा में विश्वास रखते थे।
सिंह ने भी भाजपा सरकार पर नेहरू की विरासत को खत्म करने का आरोप लगाया है। पलटवार करते हुए भाजपा के अमित मालवीय ने कहा कि डॉ कर्ण सिंह को गरिमापूर्ण व्यवहार करना चाहिए। मोदी सरकार के तहत, उन्होंने आईसीसीआर के अध्यक्ष, बीचयू के कुलाधिपति और एनएमएमएल के कार्यकारी परिषद के सदस्य के तौर पर अपना कार्यकाल पूरा किया है।' मालवीय ने कहा कि कर्ण सिंह को ऑरिविल फाउंडेशन के अध्यक्ष पद पर पुन: नियुक्त किया गया है, जो कैबिनेट स्तर का पद है। प्रधानमंत्री ने इसके 50 साल पूरे होने पर समारोह का उद्घाटन किया है। वह नाराज क्यों है?