Edited By Harman Kaur,Updated: 29 Aug, 2025 12:33 PM

मुंबई के दहिसर में पुलिस और एफडीए ने मिलकर एक बड़े दूध घोटाले का खुलासा किया। अमूल, गोकुल और नंदिनी ब्रांड के नाम पर 488 लीटर मिलावटी दूध जब्त किया गया, जिसमें गंदा पानी मिलाया गया था। आरोपी मौके पर पकड़े गए। नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं। प्रशासन...
नेशनल डेस्क: मुंबई के दहिसर पूर्व स्थित घर्टनपाड़ा इलाके में दहिसर क्राइम ब्रांच यूनिट 12 और खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) की संयुक्त कार्रवाई में बड़े पैमाने पर दूध मिलावट रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। यह छापेमारी 19 अगस्त 2025 की सुबह करीब 4 बजे की गई, जिसमें अमूल गोल्ड, अमूल ताज़ा, गोकुल और नंदिनी जैसे नामी ब्रांडों के नाम पर 488 लीटर मिलावटी दूध जब्त किया गया। यह जहरीला दूध बाजार में बेचने की तैयारी थी, जिससे रोजाना हजारों परिवारों की सेहत खतरे में पड़ सकती थी।
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अधिकारियों ने मौके से आरोपी सैदुल नरसिम्हा कावेरी (38) को रंगे हाथों गिरफ्तार किया, जो असली दूध पैकेट काटकर उसमें अस्वास्थ्यकर पानी मिलाकर नकली पाउच में भर रहा था। छानबीन में 29,917 रुपए मूल्य का मिलावटी दूध, 1,350 नकली खाली दूध पाउच, मिलावट में इस्तेमाल किए गए उपकरण और 10,000 रुपए का मोबाइल जब्त किया गया है। आरोपी के खिलाफ दहिसर पुलिस स्टेशन में केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस और एफडीए का कहना है कि इस तरह की मिलावट जन स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। जब्त किया गया दूध और उपकरण जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं।
पुलिस ने बताया कि इस तरह की धोखाधड़ी से लोगों को आर्थिक नुकसान के साथ-साथ सेहत का भी गंभीर खतरा होता है। जब्त किए गए दूध के नमूने प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजे गए हैं। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि खाद्य सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। नागरिकों से अपील की गई है कि वे रोजमर्रा के उत्पाद खरीदते समय सतर्क रहें और गुणवत्ता की जांच ज़रूर करें।
पुलिस के अनुसार, कावेरी इस तरह की धोखाधड़ी में पहले भी पकड़ा जा चुका है। वर्ष 2021 में उस पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और खाद्य सुरक्षा अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज हुआ था।