Edited By vasudha,Updated: 07 Jun, 2020 10:11 AM
दिल्ली में जारी कोरोना संकट के बीच अस्पतालों में बेड और वेंटिलेटर की सुविधा ना मिलने के मामले भी लगातार सामने आ रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की...
नेशनल डेस्क: दिल्ली में जारी कोरोना संकट के बीच अस्पतालों में बेड और वेंटिलेटर की सुविधा ना मिलने के मामले भी लगातार सामने आ रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। हालांकि डॉक्टरों ने इसका विरोध करते हुए दिल्ली सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
दिल्ली मेडिकल असोसिएशन ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि केजरीवाल की धमकी बर्दाशत नहीं की जाएगी। डीएमए अध्यक्ष की ओर से जारी बयान में कहा गया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री जिस तरह से कोरोना के मरीजों को भर्ती करने और टेस्ट के संबंध में डॉक्टरों को चेतावनी दे रहे हैं, अस्पतालों को धमकी दे रहे हैं, उसकी हम निंदा करते हैं।
अध्यक्ष ने कहा कि डॉक्टर अपनी जान जोखिम में डालकर पिछले दो महीने से बगैर थके लोगों की सेवा कर रहे हैं। डॉक्टरों के साथ इस तरह का व्यवहार अपमानित करने वाला है। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से रोज नए फरमान जारी किए जा रहे हैं। उनके प्रयासों की प्रशंसा करने की बजाय उन्हें दंडित किया जा रहा है।
दरअसल शनिवार को दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के खिलाफ कथित रूप से कोविड-19 के नियमन संबंधी मानकों का उल्लंघन करने के लिये मामला दर्ज किया गया है। दिल्ली सरकार की शिकायत पर पुलिस ने यह प्राथमिकी दर्ज की है। प्राथमिकी के अनुसार शिकायतकर्ता दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग में एक वरिष्ठ अधिकारी हैं। प्राथमिकी के अनुसार, सर गंगा राम अस्पताल अभी भी आरटी-पीसीआर ऐप का उपयोग नहीं कर रहा है, जो कि कोविड -19 विनियमन 2020 अधिनियम के तहत जारी निर्देशों का स्पष्ट उल्लंघन है।