Edited By Parveen Kumar,Updated: 09 Jan, 2023 08:58 PM

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) और समीपवर्ती क्षेत्र वायु गुणवत्ता निगरानी आयोग ने दिल्ली तथा आसपास के इलाकों की वाणु गुणवत्ता को लेकर संबंधित राज्यों के अधिकारियों के साथ एक अत्यावश्यक बैठक की एवं स्थिति के अनुसार कारर्वाई तेज करने का निर्णय...
नेशनल डेस्क : राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) और समीपवर्ती क्षेत्र वायु गुणवत्ता निगरानी आयोग ने दिल्ली तथा आसपास के इलाकों की वाणु गुणवत्ता को लेकर संबंधित राज्यों के अधिकारियों के साथ एक अत्यावश्यक बैठक की एवं स्थिति के अनुसार कारर्वाई तेज करने का निर्णय किया गया। केंद्रीय पर्यावरण,वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की सोमवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार बैठक में,‘‘ निर्णय किया गया कि निरीक्षण टीमों की पर्याप्त तैनाती के माध्यम से जीआरएपी (श्रेणीबद्ध आवश्यक कारर्वाई योजना) के प्रावधानों को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए।''
नौ जनवरी की शाम से दिल्ली के औसत एक्यूएल ‘वायु गणवत्ता सूचकांक) में प्रदूषण के स्तर में अचानक वृद्धि को देखते हुए, एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने तत्काल समीक्षा की जीएनसीटीडी/एनसीआर राज्य सरकारों/अध्यक्षों/राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोडरं (पीसीबी)/डीपीसीसी के सदस्य सचिवों के अधिकारियों के साथ बैठक की। शाम चार बजे केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोडर् (सीपीसीबी) द्वारा जारी एक्यूआई बुलेटिन के अनुसार, दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यआई) आज 434 था जो कल के 371 की तुलना में 63 अंकों की वृद्धि दर्शाता है।
एक्यूएल में इस अचानक वृद्धि को देखते हुए यह बैठक बुलायी गयी थी। बैठक में राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों/एनसीआर पीसीबी/डीपीसीसी के अध्यक्षों और सदस्य सचिवों को वायु गुणवत्ता में और गिरावट को रोकने के साथ-साथ दिल्ली के समग्र एक्यूआई को नीचे लाने की जरूरत पर बल देते हुए इसके लिए क्षेत्र में जीआरएपी के प्रावधानों को अधिक सख्ती से लागू करने को कहा गया। वर्तमान ‘गंभीर' स्तर। जीआरएपी कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त संख्या में निरीक्षण दल तैनात करने की आवश्यकता को भी दोहराया गया।
बयान के मुताबिक राज्यों के अधिकारियों/एनसीआर प्रदूषण नियंत्रण बोडरं/डीपीसीसी ने आश्वासन दिया है कि वे जीआरएपी के कार्यान्वयन की समीक्षा करेंगे और प्रदूषण नियंत्रण और शमन उपायों को और तेज करेंगे, विभिन्न स्रोतों से दिल्ली में होने वाले प्रदूषण का स्तर कम करने के लिए खुले में चीजों को जलाने पर रोक जैसे आवश्यक उपाय तेज करेंगे।