Edited By Radhika,Updated: 04 Dec, 2025 11:12 AM

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo में बड़े स्तर पर उड़ानें रद्द होने और देरी का सिलसिला जारी है। इस गंभीर स्थिति पर DGCA ने कड़ा रुख अपनाते हुए DGCA ने इंडिगो के वरिष्ठ अधिकारियों को तुरंत तलब कर बैठक बुलाई है। देशभर के हवाई अड्डों पर मचे इस अफरातफरी...
नेशनल डेस्क: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo में बड़े स्तर पर उड़ानें रद्द होने और देरी का सिलसिला जारी है। इस गंभीर स्थिति पर DGCA ने कड़ा रुख अपनाते हुए DGCA ने इंडिगो के वरिष्ठ अधिकारियों को तुरंत तलब कर बैठक बुलाई है। देशभर के हवाई अड्डों पर मचे इस अफरातफरी के माहौल के बीच यह कदम उठाया गया है।
DGCA ने मांगी रिपोर्ट
DGCA ने इंडिगो के इस widespread operational disruption की जाँच शुरू कर दी है। नियामक ने एयरलाइन से मौजूदा हालात के कारणों और उड़ान रद्द होने और देरी को कम करने के लिए एक विस्तृत योजना मांगी है। इंडिगो ने इस पर एक बयान जारी किया है। एयरलाइन के अनुसार पिछले दो दिनों से 'कई तरह की अचानक आई परिचालन दिक्कतों' के कारण उनके नेटवर्क पर गंभीर असर पड़ा है। इसके लिए तकनीकी खामियों, सर्दियों के शेड्यूल में बदलाव, खराब मौसम, एयर ट्रैफिक में बढ़ी भीड़ और नई फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया है।
पायलट एसोसिएशन की DGCA से अपील
इस बीच पायलट एसोसिएशन भी सामने आया है। एसोसिएशन ने DGCA से अपील की है कि उड़ान स्लॉट देने और शेड्यूल मंज़ूर करते समय एयरलाइंस के पास उपलब्ध पायलटों की वास्तविक संख्या को गंभीरता से देखा जाए। ALPA ने विशेष रूप से हाल ही में लागू हुए फ़टीग रिस्क मैनेजमेंट सिस्टम (FRMS) और नई FDTL व्यवस्था का ज़िक्र किया। उनका कहना है कि यह नई व्यवस्था जनवरी 2024 में आई थी, लेकिन कई एयरलाइंस ने समय रहते इसकी तैयारी नहीं की। कुछ विमानन विशेषज्ञों ने यह भी आरोप लगाया है कि लगातार हो रहीं उड़ान रद्दियों और देरी को नियमों में ढील दिलवाने के लिए दबाव बनाने की एक रणनीति के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
रद्द हुई उड़ानों की डिटेल
बुधवार को इंडिगो की 100 से ज़्यादा उड़ानें रद्द हुईं, जबकि कई सेवाओं में घंटों की देरी हुई। इंडिगो रोज़ाना करीब 2,300 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित करती है। सबसे ज़्यादा प्रभावित एयरपोर्ट्स का ब्यौरा: