Edited By Mehak,Updated: 05 Nov, 2025 07:08 PM

आजकल लोगों की लाइफस्टाइल तेजी से बदल रही है, जिससे स्ट्रेस बढ़ा है और खानपान अनियमित हो गया है। इसके कारण लिवर की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। शराब, जंक फूड, मोटापा और दवाओं का ओवरयूज़ लिवर को नुकसान पहुंचाता है। शुरुआती लक्षणों को अक्सर नजरअंदाज...
नेशनल डेस्क : आजकल लोगों की लाइफस्टाइल तेजी से बदल रही है। तनाव बढ़ गया है और खाने-पीने का कोई फिक्स रूटीन नहीं है। इसी वजह से लोग कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जिनमें लिवर की बीमारी भी शामिल है। मेडिकल रिसर्च के अनुसार, हर साल लाखों लोग लिवर की समस्याओं से प्रभावित होते हैं, और कई मामलों में इससे जान तक जा सकती है।
लिवर काला होने की शुरुआती गलतियां
Cleveland Clinic के अनुसार, जब लिवर के सेल्स बार-बार डैमेज होते हैं और उनकी जगह स्कार टिश्यू बनता है, तो लिवर कठोर और डार्क हो जाता है। यह आगे चलकर सिरोसिस या लिवर फेल्योर जैसी गंभीर स्थिति में बदल सकता है। British Liver Trust के अनुसार, लगातार अधिक शराब का सेवन लिवर के लिए सबसे बड़ा रिस्क है। लंबे समय तक हाई फैट डाइट और जंक फूड खाने से भी लिवर में इंफ्लेमेशन होता है, जिससे लिवर डैमेज हो सकता है। साथ ही, पेनकिलर और अन्य दवाओं का लंबे समय तक ओवरयूज़ करना भी लिवर को नुकसान पहुंचाता है।
मोटापा और फैटी लिवर है प्रमुख कारण
मोटापा और शारीरिक एक्टिविटी की कमी फैटी लिवर डिजीज का प्रमुख कारण है। एक हेल्थ रिपोर्ट के अनुसार, मोटापे और एक्टिविटी की कमी से इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ता है और लिवर की सेल्स धीरे-धीरे मरने लगती हैं।
कैसे करें बचाव
- हेल्दी और संतुलित डाइट अपनाएं
- शराब से दूरी बनाएं
- नियमित एक्सरसाइज करें
- समय-समय पर हेल्थ चेकअप करवाएं
- किसी भी तरह की लिवर संबंधी दिक्कत महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
शुरुआती लक्षणों को अनदेखा न करें। सही जीवनशैली और समय पर जांच से लिवर की गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है।