Edited By Parveen Kumar,Updated: 02 Dec, 2025 06:43 PM

लिवर हमारे शरीर का सबसे अहम डिटॉक्स अंग है, जो टॉक्सिन्स को बाहर निकालने, खून साफ करने, पाचन में मदद करने, ऊर्जा स्टोर करने, प्रोटीन और हार्मोन बनाने समेत कई महत्वपूर्ण काम करता है। शरीर का यह प्राकृतिक ‘फिल्टर’ अगर लंबे समय तक बीमार रहे, तो स्थिति...
नेशनल डेस्क: लिवर हमारे शरीर का सबसे अहम डिटॉक्स अंग है, जो टॉक्सिन्स को बाहर निकालने, खून साफ करने, पाचन में मदद करने, ऊर्जा स्टोर करने, प्रोटीन और हार्मोन बनाने समेत कई महत्वपूर्ण काम करता है। शरीर का यह प्राकृतिक ‘फिल्टर’ अगर लंबे समय तक बीमार रहे, तो स्थिति गंभीर होकर कैंसर तक पहुंच सकती है। आजकल भारत और एशिया के कई हिस्सों में लिवर से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं, जिनमें लिवर कैंसर सबसे घातक मानी जाती है।
क्यों बढ़ रहा है लिवर कैंसर का खतरा?
कैंसर का नाम भर सुनते ही लोग सहम जाते हैं, क्योंकि यह बीमारी अक्सर देर से पकड़ में आती है। लिवर कैंसर भी ऐसा ही है। इसकी सबसे बड़ी वजह खराब लाइफस्टाइल और खानपान माना जाता है। डॉक्टरों के मुताबिक, सिरोसिस होने के बाद लिवर कैंसर का जोखिम कई गुना बढ़ जाता है। शरीर लगातार कुछ संकेत देता है, लेकिन इन्हें अनदेखा कर देने से बीमारी आगे बढ़कर खतरनाक स्टेज तक पहुंच सकती है।
सफदरजंग अस्पताल के ऑन्कोलॉजी विभाग के डॉ. मुकेश नागर बताते हैं कि लिवर कैंसर मुख्य रूप से क्रॉनिक हेपेटाइटिस बी और सी वायरस, लंबे समय तक अस्वास्थ्यकर भोजन, और अत्यधिक शराब सेवन के कारण होता है। संक्रमित खून चढ़ाने या गंदगी के कारण होने वाला हेपेटाइटिस भी जोखिम बढ़ाता है। लंबे समय तक सूजन रहने से सिरोसिस बनता है और यही आगे चलकर कैंसर का रूप ले सकता है। बचपन में हुए एचबीवी संक्रमण से लिवर कैंसर का जोखिम 90% तक बढ़ जाता है।
लिवर कैंसर के छिपे हुए लक्षण
डॉ. नागर के अनुसार, कुछ लक्षण शुरुआती संकेत दे सकते हैं:
- तेजी से वजन कम होना: यह कैंसर का प्रमुख संकेत माना जाता है।
- पेट में लगातार दर्द: खासकर तब, जब लिवर फैटी होने की समस्या हो।
- अपच और भारीपन: लगातार indigestion रहना भी चिंता का कारण हो सकता है। इन लक्षणों को हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है, इसलिए जल्द जांच कराना जरूरी है।
कैसे बचें लिवर कैंसर से?
लिवर कैंसर से बचाव का सबसे बड़ा उपाय है- सही लाइफस्टाइल और समय पर सुरक्षा।
- हेपेटाइटिस बी वैक्सीन: इससे बीमारी का खतरा 95% तक कम हो जाता है।
- हेपेटाइटिस सी की जांच: इसे शुरुआती स्टेज में पकड़ना जरूरी है।
- शराब का त्याग: अत्यधिक शराब से लिवर डैमेज और सिरोसिस बढ़ते हैं, इसलिए इसे छोड़ना या कम करना बेहद जरूरी है।
- फैटी लिवर कंट्रोल करें: मोटापा, गलत खानपान और शुगर से लिवर फैटी होता है। इसे डायट, हेल्दी ड्रिंक्स और डॉक्टर की सलाह से काबू में रखा जा सकता है।