Edited By vasudha,Updated: 03 Jan, 2021 11:29 AM
गाज़ीपुर (दिल्ली-यूपी) बॉर्डर पर ठंड और बारिश के बीच भी कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। किसानों का आंदोलन आज 39वें दिन में प्रवेश कर गया है। एक तरफ सर्द हवाएं और दूसरी तरफ बारिश किसानों की मुश्किलें बढ़ा रही है, इसके बावजूद वह जस से तस...
नेशनल डेस्क: गाज़ीपुर (दिल्ली-यूपी) बॉर्डर पर ठंड और बारिश के बीच भी कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। किसानों का आंदोलन आज 39वें दिन में प्रवेश कर गया है। एक तरफ सर्द हवाएं और दूसरी तरफ बारिश किसानों की मुश्किलें बढ़ा रही है, इसके बावजूद वह जस से तस नहीं हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वह ऐसे कठोर मौसम में सड़कों पर रह रहे हैं। हमें उम्मीद है कि सरकार हमारी मांगों को मान लेगी।
ठंड और बारिश से अपना बचाव कर रहे किसान
एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि तिरपाल और जो कुछ भी हम लेकर आए हैं उसी से ठंड और बारिश से अपना बचाव कर रहे हैं। इसी बीच गाज़ीपुर बॉर्डर की कुछ तस्वीरें भी सामने आई है, जिसमें प्रदर्शनकारी प्रदर्शन स्थल पर हुए जलभराव को साफ करते दिखाई दे रहे हैं। बारिश की वजह से उनके टेंट, कपड़े, ट्रॉली पर बने अस्थाई रैन बसेरे भी भीग चुके हैं। बारिश से खुद को बचाने के लिए कुछ किसान टेंट के नीचे पहुंचे तो कुछ ट्रॉली के नीचे छिप गए।
किसान संगठनों ने सरकार को दिया अल्टीमेटम
वहीं इससे पहले किसान संगठनों ने सरकार के साथ अगले दौर की वार्ता से पहले ‘अल्टीमेटम' जारी करते हुए कहा था कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो 26 जनवरी को जब देश गणतंत्र दिवस मना रहा होगा, तब दिल्ली की ओर ट्रैक्टर परेड निकाली जाएगी। उन्होंने कहा था कि अब ‘निर्णायक' कार्रवाई की घड़ी आ गई है क्योंकि सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी देने की उनकी मांगों पर अब तक ध्यान नहीं दिया है।
गणतंत्र दिवस परेड के बाद किसान निकालेंगे परेड
प्रदर्शन कर रहे करीब 40 किसान संघों के संगठन ‘संयुक्त किसान मोर्चा' ने एक बयान में कहा कि उनकी प्रस्तावित परेड ‘ किसान परेड' के नाम से होगी और यह गणतंत्र दिवस परेड के बाद निकाली जाएगी। गौरतलब है कि सरकार और प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों के बीच अगले दौर की वार्ता चार जनवरी को प्रस्तावित है। संगठनों ने शुक्रवार को कहा था कि अगर बैठक में गतिरोध दूर नहीं हो पाता तो उन्हें सख्त कदम उठाना होगा।