Edited By vasudha,Updated: 12 Dec, 2020 09:44 AM
कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर किसानों का अांदोलन सोलहवें दिन भी जारी है। सरकार के साथ बातचीत असफल होने के बाद अब किसानों ने अपने आंदोलन को और तेज करने जा रहै हैं। किसानों ने आज दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रैफिक ठप करने की...
कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर किसानों का अांदोलन सोलहवें दिन भी जारी है। सरकार के साथ बातचीत असफल होने के बाद अब किसानों ने अपने आंदोलन को और तेज करने जा रहै हैं। किसानों ने आज दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रैफिक ठप करने की चेतावनी दी है। ताजा अपडेट्स जानने के लिए जुड़े रहें punjabkesari.in के साथ...
नेशनल डेस्क: कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन और जोर पकड़ता जा रहा है। धरने पर बैठे किसानों ने अब दिल्ली-जयपुर हाइवे को जाम करने की चेतावनी दी है, जिसे लेकर पुलिस अलर्ट पर है। हाइवे के साथ साथ रेलवे ट्रैक और टोल प्लाजा को भी घेरने की योजना बनाई जा रही है। ऐसे में प्रशासन ने भी कमर कसते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग 48 पर अलग-अलग स्थानों पर लगभग 2,000 पुलिस कर्मियों को तैनात कर दिया है।
कृषि कानून पूरी तरह से गलत: किसान
दरअसल किसानों का कहना है कि सरकार उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है तथा टाल- मटोल का रवैया अपनाए हुए है। अब हाईवे के अलावा रेलवे ट्रैक को भी बंद करेंगे। किसान नेतओं का कहना है कि तीनों कृषि कानून पूरी तरह से गलत है तथा इनका किसान हितों से कोई सरोकार नहीं है। यह सिर्फ उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए लागू किए गए हैं। मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा गया कि वह हिटलर जैसा बर्ताव कर रहे हैं।
टोल नाकों पर बैठने की चेतावनी
किसानों ने कहा कि सरकार हमें ठंड से न डराए, क्योंकि हम किसान हैं। किसान किसी राजनीतिक दल से सरंक्षण नहीं लेती और न ही किसी राजनीतिक पार्टी के साथ मंच शेयर करते हैं। किसानों द्वारा कहर गया कि अभी भी समय है सरकार उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार करे और तीनों कृषि कानूनों को तत्काल प्रभाव से रद्द करे अन्यथा धीरे-धीरे देश भर के किसान दिल्ली के चारों ओर हाईवे व टोल नाकों पर आकर बैठ जाएंगे जिससे आम आदमी की परेशानी बढ़ेगी जिसके लिए पूरी तरह से केंद्र सरकार जिम्मेदार होगी।
प्रशासन ने भी कर ली तैयारी
वहीं दूसरी तरफ प्रशासन ने भी पूरी तैयारी कर ली है। प्रदर्शन के दौरान लोगों पर ड्रोन से नजर रखी जाएगी। फरीदाबाद जिले के हर टोल प्लाजा पर एक-एक सहायक पुलिस आयुक्त और संबंधित थाना के पुलिस बल के अलावा रिजर्व पुलिस बल की तैनाती की गई है। बता दें कि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने शुक्रवार को कहा था कि किसानों की आड़ में कुछ ‘‘असामाजिक तत्व'' उनके आंदोलन का माहौल बिगाड़ने की साजिश कर रहे हैं। उन्होंने आंदोलन कर रहे किसान संगठनों से ऐसे तत्वों को अपना मंच प्रदान न करने की अपील भी की थी।