Edited By Parveen Kumar,Updated: 29 Dec, 2025 06:46 PM

एक भीषण सड़क हादसे ने हंसते-खेलते परिवार की खुशियों को पल भर में मातम में बदल दिया। गर्भवती बहन और चार साल के मासूम भांजे की मौत के गहरे सदमे से उबरने की कोशिश कर रहा भाई भी आखिरकार जिंदगी की जंग हार गया। जयपुर के एसएमएस अस्पताल में चार दिन तक मौत...
नेशनल डेस्क: एक भीषण सड़क हादसे ने हंसते-खेलते परिवार की खुशियों को पल भर में मातम में बदल दिया। गर्भवती बहन और चार साल के मासूम भांजे की मौत के गहरे सदमे से उबरने की कोशिश कर रहा भाई भी आखिरकार जिंदगी की जंग हार गया। जयपुर के एसएमएस अस्पताल में चार दिन तक मौत से लड़ने के बाद उसने भी दम तोड़ दिया। इस दर्दनाक घटना के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। यह हादसा 25 दिसंबर की शाम करीब 4 बजे सेवर थाना क्षेत्र के पंजाबी के नगला मोड़ पर हुआ। गांगरसौली थाना क्षेत्र के नदबई निवासी विनीत अपनी बहन मनीषा (29) को इलाज के लिए भरतपुर के आरबीएम अस्पताल लेकर गया था।
पांच महीने की गर्भवती थी मनीषा
मनीषा पांच माह की गर्भवती थी और उसके साथ उसका चार साल का बेटा वंश भी मौजूद था। डॉक्टर को दिखाने के बाद विनीत बाइक से बहन और भांजे को उसके ससुराल ओंडेल जाट गांव छोड़ने के लिए निकला। किसी ने सोचा भी नहीं था कि यह सफर उनकी जिंदगी का आखिरी सफर साबित होगा।
तेज रफ्तार कार ने मारी भीषण टक्कर
रास्ते में पंजाबी के नगला मोड़ पर सामने से तेज रफ्तार में आ रही एक कार ने बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि बाइक करीब दस फीट दूर जा गिरी। हादसे में तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत एंबुलेंस बुलाकर उन्हें आरबीएम अस्पताल पहुंचाया।
अस्पताल में टूटी उम्मीदें
अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने मनीषा और उसके मासूम बेटे वंश को मृत घोषित कर दिया। विनीत की हालत बेहद नाजुक थी, जिसे तुरंत जयपुर के एसएमएस अस्पताल रेफर किया गया। वहां चार दिन तक वह जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करता रहा।
चार दिन बाद भाई ने भी तोड़ा दम
परिजन हर पल विनीत के ठीक होने की दुआ करते रहे, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। चार दिन बाद विनीत ने भी दम तोड़ दिया। एक ही हादसे में बहन, भांजे और अब भाई की मौत से पूरा परिवार पूरी तरह टूट चुका है।
पुलिस ने कार की जब्त
सेवर थाना पुलिस ने हादसे के बाद टक्कर मारने वाली कार को जब्त कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है। यह दर्दनाक घटना एक बार फिर तेज रफ्तार और लापरवाही से होने वाले हादसों पर सवाल खड़े कर रही है।