Edited By Anu Malhotra,Updated: 31 Dec, 2025 12:36 PM

ल्ली से सटे गाजियाबाद से एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने 'मोरल पुलिसिंग' और 'निजता के अधिकार' पर नई बहस छेड़ दी है। मोदीनगर के एक रेस्टोरेंट में जो हुआ, वह कानून व्यवस्था और सामाजिक व्यवहार दोनों पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
नेशनल डेस्क: दिल्ली से सटे गाजियाबाद से एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने 'मोरल पुलिसिंग' और 'निजता के अधिकार' पर नई बहस छेड़ दी है। मोदीनगर के एक रेस्टोरेंट में जो हुआ, वह कानून व्यवस्था और सामाजिक व्यवहार दोनों पर गंभीर सवाल खड़े करता है। गाजियाबाद के मोदीनगर स्थित एक रेस्टोरेंट में एक युवक और युवती प्राइवेट केबिन के अंदर थे। इसी दौरान कुछ लोगों की भीड़ वहां जमा हो गई और उन्होंने केबिन का दरवाजा पीटना शुरू कर दिया। जैसे ही युवक ने कुंडी खोली, बाहर खड़ी भीड़ ने उन पर हमला बोल दिया।
कैमरे पर कैद हुआ 'अपमान'
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे करीब डेढ़ मिनट के इस वीडियो में देखा जा सकता है कि दरवाजा खुलते ही युवती आपत्तिजनक हालत में बाहर आने की कोशिश करती है, लेकिन भीड़ ने उसे सम्मान देने के बजाय जबरन वापस अंदर धकेल दिया। इस पूरी घटना को बाकायदा मोबाइल कैमरों में रिकॉर्ड किया गया, जो किसी की प्राइवेसी का सीधा उल्लंघन है। भीड़ का गुस्सा सिर्फ यहीं नहीं थमा। युवती के साथ मौजूद युवक को लोगों ने घेर लिया और उस पर थप्पड़ों की बौछार कर दी। हमलावर लगातार उससे उसका नाम पूछ रहे थे और हिचकिचाने पर उसे और अधिक प्रताड़ित किया जा रहा था।
सोशल मीडिया पर आक्रोश
वीडियो के इंटरनेट पर फैलते ही लोगों ने दो धड़ों में अपनी राय रखनी शुरू कर दी है। अधिकांश यूजर्स ने इस घटना को 'गुंडागर्दी' करार दिया है। लोगों का तर्क है कि अगर कुछ गलत हो भी रहा था, तो पुलिस को बुलाना चाहिए था। किसी भी आम नागरिक को कानून हाथ में लेने, किसी महिला की गरिमा को सरेआम ठेस पहुँचाने या किसी को पीटने का अधिकार नहीं है।
पुलिस की कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए मोदीनगर के ACP अमित सक्सेना ने बयान जारी किया है। उन्होंने पुष्टि की है कि यह प्रकरण उनके संज्ञान में आ चुका है और वीडियो के आधार पर दोषियों की पहचान की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद इस मामले में सख्त कानूनी कदम उठाए जाएंगे।