Edited By Mehak,Updated: 14 Oct, 2025 11:13 AM

आज भारत में 24 कैरेट सोना लगभग 1,23,100 रुपये प्रति 10 ग्राम बिक रहा है। सोने की कीमतें बढ़ने के पीछे वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, डॉलर और रुपये का समीकरण, त्योहारों और शादी-ब्याह का सीजन, और केंद्रीय बैंकों की खरीदारी जैसे कारण हैं। अगर 1 लाख रुपये...
नेशनल डेस्क : मंगलवार, 14 अक्टूबर को सोने के दाम में बढ़ोतरी देखने को मिली। दिल्ली में 24 कैरेट गोल्ड की कीमत अब 1,25,560 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है। वहीं, 13 अक्टूबर को सराफा बाजार में सोने की कीमतें 1,950 रुपये की तेजी के साथ 1,27,950 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए स्तर तक पहुंच गई थीं।
सोने की कीमतों में उछाल के कारण
सोने की कीमतों में लगातार वृद्धि के पीछे कई कारण हैं:
1. वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता – अमेरिका और यूरोप की कमजोर अर्थव्यवस्था, बढ़ती महंगाई और ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव निवेशकों को सोने की ओर खींच रहे हैं।
2. डॉलर और रुपया का समीकरण – जब डॉलर महंगा होता है या रुपया कमजोर पड़ता है, तो भारत में सोने की कीमत बढ़ जाती है क्योंकि भारत ज्यादातर सोना आयात करता है।
3. त्योहार और शादी-ब्याह का सीजन – इस दौरान सोने की मांग बढ़ जाती है, जिससे कीमतें ऊपर जाती हैं।
4. केंद्रीय बैंकों की खरीदारी – कई देशों के केंद्रीय बैंक सोना खरीदते हैं ताकि विदेशी मुद्रा भंडार मजबूत हो, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कीमतें बढ़ती हैं।
भविष्य में सोने का मूल्य
अगर आप आज 1,00,000 रुपये का सोना खरीदते हैं, तो 2050 तक इसकी कीमत कितनी होगी? सीधा जवाब तो नहीं है, लेकिन पिछले 25 सालों के आंकड़े अनुमान लगाने में मदद करते हैं। साल 2000 में 10 ग्राम सोना करीब 4,400 रुपये था, जबकि आज वही लगभग 1,23,100 रुपये के आसपास पहुंच गया है। यानी पिछले 25 साल में कीमत लगभग 25 गुना बढ़ी।
यदि अगले 25 सालों में सोने की कीमत औसतन 10% सालाना बढ़ती रही, तो 1,00,000 रुपये का सोना 2050 तक लगभग 11-12 लाख रुपये का हो सकता है। यदि वृद्धि दर 8% रही, तो कीमत लगभग 7 लाख और यदि 12% रही, तो कीमत 15 लाख रुपये से ऊपर पहुंच सकती है। सोना लंबे समय के लिए निवेशकों के लिए सुरक्षित और लाभदायक विकल्प माना जाता है, खासकर आर्थिक अनिश्चितता और महंगाई के समय।