Edited By Anu Malhotra,Updated: 06 Jun, 2025 05:21 PM

भारतीय क्रिकेट के एक और सilent warrior ने मैदान को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया है। पीयूष चावला, वो लेग स्पिनर जिसने भारत को दो वर्ल्ड कप दिलाने वाली टीम का हिस्सा बनकर इतिहास में अपनी जगह बनाई — अब क्रिकेट के हर फॉर्मेट से संन्यास ले चुके हैं।
नेशनल डेस्क: भारतीय क्रिकेट के एक और Silent warrior ने मैदान को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया है। पीयूष चावला, वो लेग स्पिनर जिसने भारत को दो वर्ल्ड कप दिलाने वाली टीम का हिस्सा बनकर इतिहास में अपनी जगह बनाई — अब क्रिकेट के हर फॉर्मेट से संन्यास ले चुके हैं।
इन दिनों जब क्रिकेट जगत के बड़े नाम एक-एक करके रिटायरमेंट का ऐलान कर रहे हैं, उसी कड़ी में अब पीयूष चावला भी शामिल हो गए हैं। शुक्रवार, 6 जून को उन्होंने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट के जरिए यह जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा, "करीब 20 साल तक इस खेल को जीने के बाद अब उसे विदा कहने का वक्त आ गया है।"
वर्ल्ड कप की यादें और सपनों की शुरुआत
चावला महज 19 साल की उम्र में 2007 के T20 वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम का हिस्सा बने थे। हालांकि, तब उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिला। फिर 2011 के वनडे वर्ल्ड कप में उन्होंने 3 मैच खेले और कुल 4 विकेट चटकाए। फाइनल में उन्हें जगह नहीं मिली, लेकिन टीम के हिस्से की ये जीत हमेशा उनकी विरासत का हिस्सा रहेगी।
IPL में चमका करियर, रिकॉर्ड भी खूब बनाए
अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चावला को ज्यादा लंबा रन नहीं मिला, तो IPL में उन्होंने जमकर जलवा दिखाया।
उन्होंने पंजाब किंग्स, KKR, CSK और MI जैसे बड़े फ्रेंचाइज़ी के लिए खेला और IPL में अपनी अलग पहचान बनाई।
17 साल की उम्र में सचिन को बोल्ड कर किया था सुर्खियों में प्रवेश
चावला ने बेहद कम उम्र में अपनी गेंदबाज़ी का लोहा मनवाया। महज 17 साल की उम्र में उन्होंने चैलेंजर ट्रॉफी में सचिन तेंदुलकर को गुगली पर क्लीन बोल्ड किया, जिसके बाद वो अचानक क्रिकेट फैंस की नजर में आ गए। उन्होंने भारत के लिए कुल 35 इंटरनेशनल मैच खेले और 43 विकेट अपने नाम किए।