Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Oct, 2017 07:47 PM
आगरा के फतेहपुर सीकरी में स्विट्जरलैण्ड के एक युवा जोड़े पर हमले ने एक बार फिर भारतीय संस्कृति पर धब्बा लगा दिया है। यह कोई पहला मौका नहीं जब किसी विदेशी पर्यटकों पर हमला हुआ हो ऐसी घटनाएं पहले भी सामना आ चुकी हैं। लेकिन इस तरह की घटनाओं से न केवल...
नेशनल डेस्क: आगरा के फतेहपुर सीकरी में स्विट्जरलैण्ड के एक युवा जोड़े पर हमले ने एक बार फिर भारतीय संस्कृति पर धब्बा लगा दिया है। यह कोई पहला मौका नहीं जब किसी विदेशी पर्यटकों पर हमला हुआ हो ऐसी घटनाएं पहले भी सामना आ चुकी हैं। लेकिन इस तरह की घटनाओं से न केवल देशवासियों की छवि बल्कि देश को भी आर्थिक नुकसान भी हो रहा है। विदेशी पर्यटकों से पांच साल में भारत ने करीब 5 लाख करोड़ की कमाई की और इस तरह की हरकतों से हम इसी कमाई को दुत्कार रहे हैं।
एक नजर विदेशी सैलानियों से होने वाली कमाई पर:
2014 |
1 लाख 20 हजार 83 करोड़ |
2015 |
1 लाख 26 हजार 2 सौ 11 करोड़ |
2016 |
1 लाख 55 हजार 6 सौ 50 करोड़ |
2017 में सितंबर तक |
1 लाख 29 हजार 8 सौ 71 करोड़ रुपए |
ये तो वो आंकड़े हैं जो वीजा फीस के रुप में हमारे सामने हैं। इसके अलावा विदेशी पर्यटक कई रुपों से हमारी आर्थिक व्यवस्था को बेहतर करने के काम आते हैं। ऐतिहासिक जगहों पर विदेशी पर्यटकों की टीकट हम हिन्दुस्तानियों से कहीं ज्यादा होती है। कई छोटे-छोटे व्यापारियों के साथ बड़े-बड़े होटल्स के बिजनेस पर इफेक्ट पड़ता है। ये बात खुद व्यापारी भी मानते हैं।