Edited By Rohini Oberoi,Updated: 22 Oct, 2025 10:15 AM

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में काम के बढ़ते बोझ, थकान और लंबे समय तक स्क्रीन के सामने बैठे रहने के कारण सिरदर्द (Headache) एक आम समस्या बन चुका है लेकिन अगर यह सिरदर्द रोज़ाना या बार-बार होने लगे तो इसे हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। डॉक्टरों और...
नेशनल डेस्क। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में काम के बढ़ते बोझ, थकान और लंबे समय तक स्क्रीन के सामने बैठे रहने के कारण सिरदर्द (Headache) एक आम समस्या बन चुका है लेकिन अगर यह सिरदर्द रोज़ाना या बार-बार होने लगे तो इसे हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। डॉक्टरों और न्यूरोसर्जन्स के मुताबिक लगातार या असामान्य सिरदर्द दिमाग में ब्लीडिंग या ब्रेन ट्यूमर (Brain Tumor) जैसी गंभीर बीमारी का लक्षण भी हो सकता है। ऐसे में यह जानना बेहद ज़रूरी है कि किन लक्षणों के दिखने पर यह सामान्य सिरदर्द नहीं बल्कि खतरे की निशानी हो सकती है।
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ब्रेन ट्यूमर और ब्लीडिंग के असामान्य लक्षण
हर सिरदर्द ब्रेन ट्यूमर नहीं होता लेकिन ट्यूमर या ब्लीडिंग के कारण होने वाले सिरदर्द में कुछ विशिष्ट लक्षण दिखाई देते हैं जो सामान्य तनाव वाले सिरदर्द से अलग होते हैं:
अचानक और तेज़ दर्द: सिर में अचानक से कोई अजीब एहसास होना या बिजली कड़कने जैसा तेज दर्द महसूस होना।
दवा का असर न होना: यदि सिरदर्द ऐसा हो जो किसी भी सामान्य दर्द निवारक दवा (Painkiller) से कम न हो पाए तो यह चिंता का विषय है।

दृष्टि में बदलाव: आंखों के आगे धुंधला दिखाई देना या अचानक चक्कर आना।
थंडरक्लैप सिरदर्द: इसमें अत्यंत तीव्र सिरदर्द होता है आंखों के आगे अंधेरा छा जाता है और सिर में तेज़ी से चोट लगने जैसा दर्द होता है। इस स्थिति में सिर की नस फटने (रप्चर होने) का डर होता है। समय पर इलाज न मिलने पर व्यक्ति कोमा में जा सकता है या उसकी मौत भी हो सकती है।
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ब्रेन ट्यूमर के खतरे को कैसे करें कम?
ब्रेन ट्यूमर या गंभीर सिरदर्द के जोखिम को कम करने के लिए जीवनशैली में सुधार लाना और शुरुआती लक्षणों पर ध्यान देना सबसे महत्वपूर्ण है:

पर्याप्त और अच्छी नींद: विशेषज्ञों के मुताबिक हमें रोजाना 7 से 9 घंटे की अच्छी और गहरी नींद लेनी चाहिए। अच्छी नींद से ब्रेन सेल्स तेज़ी से रिपेयर होते हैं, मेमोरी अच्छी बनी रहती है और न्यूरोडीजेनेरेटिव डिसऑर्डर (तंत्रिका-संबंधी रोग) का खतरा भी कम होता है।
तनाव प्रबंधन: तनाव (Stress Level) को कम करना ज़रूरी है क्योंकि उच्च तनाव सिरदर्द को बढ़ा सकता है।
तत्काल डॉक्टर से परामर्श: अगर आपको महसूस हो कि आपके सिर में होने वाला दर्द सामान्य हेडएक से काफी तेज और अलग है तो तुरंत न्यूरोसर्जन या डॉक्टर से संपर्क करें। शुरुआती एक्शन लेने से समस्या को बढ़ने से रोका जा सकता है। सामान्य सिरदर्द और गंभीर बीमारी के लक्षणों के बीच के अंतर को समझना जीवन रक्षक हो सकता है।