Edited By Tanuja,Updated: 27 May, 2023 05:37 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने के विपक्षी दलों के आह्वान की आलोचना करते हुए, जम्मू-कश्मीर के कई...
नेशनल डेस्कः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने के विपक्षी दलों के आह्वान की आलोचना करते हुए, जम्मू-कश्मीर के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को विपक्ष के फैसले को "बचकाना और तुच्छ" बताते हुए उद्घाटन का समर्थन किया। पीएम मोदी 28 मई को नए संसद भवन को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। 21 राजनीतिक दलों ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने की घोषणा की है। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने नए संसद भवन को प्रभावशाली करार दिया। उमर ने ट्वीट में कहा, उद्घाटन को लेकर हो रहे हो-हल्ला को एक पल के लिए दरकिनार करते हुए, यह इमारत स्वागत योग्य है।
उमर अब्दुल्ला ने कहा हम अक्सर एक नए और बेहतर संसद भवन की आवश्यकता के बारे में बात करते थे। देर आए दुरुस्त आए, मैं यही कहूंगा, यह बहुत प्रभावशाली लग रहा है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने के विपक्षी दलों के आह्वान की निंदा करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उद्घाटन का समर्थन किया।
सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता आदिल हुसैन ने कहा कि नया संसद भवन लोकतंत्र का मंदिर है और यह विपक्ष सहित सभी के लिए गर्व की बात है। " पिछले 70 वर्षों में, हमारे पास ऐसा नेतृत्व नहीं था। यदि आप दुनिया भर में रेटिंग देखें, तो प्रधानमंत्री मंत्री मोदी की रेटिंग 78 है जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की रेटिंग केवल 43 है। विपक्ष ने चिंता व्यक्त की है लेकिन हमें नहीं लगता कि यह इतना बड़ा मुद्दा है। इस पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए।' इस मुद्दे पर मुस्लिम नेता और जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के मेयर ने विपक्षी पार्टियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री के हाथों होना चाहिए, यही लोकतंत्र का तकाजा है। मेयर जुनैद मट्टू ने प्रधानमंत्री द्वारा किए जा रहे संसद भवन के लोकार्पण का स्वागत किया है।
जुनैद मट्टू ने कहा कि लोकतांत्रिक देश में प्रधानमंत्री ही देश का असली नेता होता है। राष्टपति का पद संवैधानिक और प्रतीकात्मक है ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों ही संसद भवन का उद्घाटन होना चाहिए। मट्टू ने कहा कि जो पार्टियां या नेता इसका बहिष्कार कर रहे हैं, वो लोकतंत्र का अपमान कर रहे हैं। मीडिया से बातचीत में मट्टू ने कहा कि ये लोकतंत्र के ही हित में होगा, कि इसके उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करें। बता दें कि देश के 19-20 राजनीतिक दलों ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार करने की घोषणा की है। हालांकि दो दर्जन से अधिक दलों ने इस कार्यक्रम में शामिल होने को सहमति दी है।