Edited By Anu Malhotra,Updated: 23 Dec, 2025 03:42 PM

उत्तर मध्य रेलवे के झांसी मंडल ने यात्रियों और कुलियों के बीच होने वाली मोलभाव की खींचतान को हमेशा के लिए खत्म करने का मास्टरप्लान तैयार कर लिया है। अक्सर स्टेशनों पर सामान उठाने को लेकर होने वाली बहस और मनमाने पैसे वसूलने की शिकायतों पर लगाम लगाने...
नेशनल डेस्क: उत्तर मध्य रेलवे के झांसी मंडल ने यात्रियों और कुलियों के बीच होने वाली मोलभाव की खींचतान को हमेशा के लिए खत्म करने का मास्टरप्लान तैयार कर लिया है। अक्सर स्टेशनों पर सामान उठाने को लेकर होने वाली बहस और मनमाने पैसे वसूलने की शिकायतों पर लगाम लगाने के लिए प्रशासन ने नई और स्पष्ट 'रेट लिस्ट' जारी कर दी है। अब यात्रियों को अपनी जेब ढीली करने से पहले किसी से पूछने की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि रेलवे ने हर वजन और हर दूरी के लिए कीमत तय कर दी है।
1. सिर और हाथ पर सामान ढोने का शुल्क (40kg तक)
यदि आप अपना सामान सिर या हाथ पर उठवाते हैं, तो अब दरें प्लेटफॉर्म के स्तर और पुल (FOB) के उपयोग पर निर्भर करेंगी:
-
समतल सतह (Ground Level): एक चक्कर के लिए आपको मात्र ₹50 देने होंगे।
-
पुल के रास्ते (Via FOB): यदि कुली को सीढ़ियां या पुल चढ़ना पड़ता है, तो यह शुल्क ₹80 प्रति चक्कर होगा।
2. बीमार और दिव्यांग यात्रियों के लिए विशेष प्रबंध
रेलवे ने संवेदनशीलता दिखाते हुए Stretcher और Wheelchair Services के लिए भी पारदर्शी दरें लागू की हैं:
|
सेवा का प्रकार
|
2 कुलियों के साथ (मैदान/FOB)
|
4 कुलियों के साथ (मैदान/FOB)
|
|
व्हीलचेयर/स्ट्रेचर
|
₹120 / ₹150
|
₹240 / ₹290
|
3. भारी सामान और ठेलों का गणित
यदि आपके पास सामान ज्यादा है (अधिकतम 160 किलो तक) और आप ट्रॉली या ठेले का उपयोग करते हैं, तो दो कुलियों के सहयोग के लिए शुल्क इस प्रकार है:
4. 'वेटिंग चार्ज' का नया नियम
अक्सर ट्रेन लेट होने पर कुली और यात्री के बीच समय को लेकर विवाद होता है। अब नियम साफ है:
5. यात्रियों के लिए जरूरी हिदायत
रेल प्रशासन ने सख्त लहजे में कहा है कि यात्री केवल निर्धारित कार्ड या लिस्ट के अनुसार ही भुगतान करें।
-
शिकायत दर्ज करें: यदि कोई कुली तय दरों से ज्यादा मांगता है या अभद्र व्यवहार करता है, तो यात्री तुरंत स्टेशन मास्टर या प्रबंधन से संपर्क कर सकते हैं।
-
इस पारदर्शिता का मकसद यात्रा को तनावमुक्त और भ्रष्टाचार मुक्त बनाना है।