Edited By Yaspal,Updated: 25 Oct, 2020 11:50 PM

एआईएमआईएम प्रमुख एवं लोकसभा सदस्य असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए ‘सीएए'' और ‘एनआरसी'' को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जद(यू) और मुख्य विपक्षी दल राजद पर प्रहार किया। ओवैसी ने संशोधित नागरिकता कानून...
नेशनल डेस्कः एआईएमआईएम प्रमुख एवं लोकसभा सदस्य असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए ‘सीएए' और ‘एनआरसी' को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जद(यू) और मुख्य विपक्षी दल राजद पर प्रहार किया। ओवैसी ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को लेकर जद(यू) और राजद पर प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि इस मुद्दे पर जहां राजद अपनी जुबां बंद रखे हुए है वहीं नीतीश कुमार लोगों के समक्ष गलत बयानी कर रहे हैं।
हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने कहा सीएए और एनआरसी सिर्फ मुसलमानों तथा दलितों के लिए समस्या नहीं है, बल्कि इससे देश की 50 प्रतिशत आबादी प्रभावित होगी। उन्होंने असम का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां 20 लाख लोगों ने एनआरसी सूची से खुद को बाहर पाया, जिसमें मुसलमान मात्र पांच लाख हैं जबकि 15 लाख हिंदू हैं।
ओवैसी ने कहा कि सरकार को इन मुद्दों के बजाय शिक्षा, रोजगार तथा स्वास्थ्य को तरजीह देनी चाहिए। सभा को संबोधित करते हुए रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद तथा जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार, दोनों पर प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि इन दोनों नेताओं ने कुल 30 वर्षों के अपने शासन में बिहार को पीछे धकेलने का काम किया।
ओवैसी की पार्टी और मायावती की पार्टी बसपा सहित अन्य दलों के मोर्चा के बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार रालोसपा प्रमुख कुशवाहा ने लोगों से अपने लिये पांच साल मांगा तथा भरोसा दिलाया कि बिहार में वे उजियारा लाएंगे।