Edited By Shubham Anand,Updated: 04 Dec, 2025 03:20 PM

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के दो दिवसीय भारत दौरे से पहले नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि सरकार विदेशी प्रतिनिधियों को विपक्ष से मिलने नहीं देती। उन्होंने कहा कि यह परंपरा पहले कायम थी, जिसे अब तोड़ा जा रहा है। प्रियंका गांधी और शशि...
नेशनल डेस्क : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन अपने दो दिवसीय भारत दौरे पर आज गुरुवार शाम दिल्ली पहुंच रहे हैं। उनकी इस बहुप्रतीक्षित यात्रा पर पूरी दुनिया की नजर टिकी हुई है, वहीं दिल्ली में भी हलचल तेज हो गई है। इस बीच लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पुतिन के आगमन से पहले मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया है कि सरकार नहीं चाहती कि विपक्ष के नेता विदेशी प्रतिनिधियों से मुलाकात करें। उनका कहना है कि विपक्ष भी देश का प्रतिनिधित्व करता है।
संसद परिसर के बाहर मीडिया से बातचीत में राहुल गांधी ने राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की संभावनाओं पर कहा, “जो भी बाहर से आते हैं, उनकी नेता प्रतिपक्ष के साथ बैठक होती है और यही देश की परंपरा रही है। लेकिन आजकल यह होता है कि विदेशी गणमान्य व्यक्ति यहां आते हैं या जब मैं कहीं बाहर जाता हूं, तो सरकार उन्हें सुझाव देती है कि नेता प्रतिपक्ष (LoP) से नहीं मिलना चाहिए। यह (सरकार) उनकी नीति है।”
‘हम भी करते हैं देश का प्रतिनिधित्व’ - राहुल गांधी
राहुल गांधी ने आगे कहा कि सरकार हर बार ऐसा ही करती है। उन्होंने कहा, “संबंध तो सबके साथ हैं। हम भी देश का प्रतिनिधित्व करते हैं, सिर्फ सरकार ही प्रतिनिधित्व नहीं करती। सरकार नहीं चाहती कि विपक्ष के लोग बाहर के लोगों से मिलें।” राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस परंपरा का पालन नहीं करते क्योंकि उनके अंदर “असुरक्षा की भावना” है।
नेता प्रतिपक्ष और विदेशी गणमान्यों की मुलाकात को लेकर उन्होंने कहा कि पहले सरकार की यह आम पॉलिसी रही है कि नेता प्रतिपक्ष के साथ भी बैठक होती थी। यह परंपरा अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह के दौर में भी जारी रही। लेकिन अब स्थिति बदल गई है। राहुल गांधी के अनुसार, “सरकार यह सुझाव देती है कि नेता प्रतिपक्ष से नहीं मिलना है। एलओपी भी दूसरा पक्ष रखता है।”
प्रियंका गांधी ने भी सरकार को घेरा
राहुल गांधी की बहन और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा, “यह प्रोटोकॉल होता है कि कोई भी विदेशी गणमान्य व्यक्ति नेता प्रतिपक्ष से मिलता है, लेकिन अब इस प्रोटोकॉल का उल्टा होता है। इस सरकार की सभी नीतियां इसी आधार पर हैं। वे किसी और आवाज को उठने ही नहीं देना चाहते और किसी और का पक्ष नहीं सुनना चाहते। वे प्रोटोकॉल को तोड़ रहे हैं।”
सरकार को जवाब देना चाहिए - शशि थरूर
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी राहुल गांधी के आरोपों का समर्थन किया। उन्होंने कहा, “नेता प्रतिपक्ष को आने वाले बड़े लोगों से मिलने की इजाजत नहीं है। LoP ने अपनी बात कह दी है और मुझे लगता है कि सरकार को इस पर जवाब देना चाहिए।” थरूर ने आगे कहा, “लोकतंत्र में यह अच्छा होगा कि आने वाले बड़े लोग सबसे मिलें। यह एक अहम यात्रा है, और हमारे देश में रूस, चीन और अमेरिका के साथ कई महत्वपूर्ण द्विपक्षीय संबंध बनाए रखना जरूरी है। हम यह नहीं मान सकते कि एक रिश्ता दूसरे रिश्ते की प्रकृति से तय होना चाहिए।”