BECA डील को राजनाथ सिंह ने बताया अहम, बोले-भारत-US के बीच हुए रक्षा समझौते महत्वपूर्ण

Edited By Seema Sharma,Updated: 28 Oct, 2020 12:01 PM

rajnath singh said the beca deal was important

भारत और अमेरिका के बीच ऐतिहासिक BECA समझौता होने के साथ ही दोनों देशों ने मंगलवार को सैन्य मंचों और हथियार प्रणालियों के सह-विकास सहित कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय रक्षा सहयोग का विस्तार करने का संकल्प लिया। ‘बेसिक एक्सचेंज एंड कोऑपरेशन एग्रीमेंट...

नेशनल डेस्क: भारत और अमेरिका के बीच ऐतिहासिक BECA समझौता होने के साथ ही दोनों देशों ने मंगलवार को सैन्य मंचों और हथियार प्रणालियों के सह-विकास सहित कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय रक्षा सहयोग का विस्तार करने का संकल्प लिया। ‘बेसिक एक्सचेंज एंड कोऑपरेशन एग्रीमेंट (BECA) के तहत अत्याधुनिक सैन्य प्रौद्योगिकी, उपग्रह के गोपनीय डाटा और दोनों देशों की सेनाओं के बीच अहम सूचना साझा करने की अनुमति होगी। इस पर 2+2 वार्ता के तीसरे संस्करण के दौरान हस्ताक्षर किए गए हैं जिसमें भारत की ओर से विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तथा अमेरिका की ओर से वहां के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ और रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने हिस्सा लिया था। 

 

BECA पर हस्ताक्षर महत्वपूर्ण उपलब्धि
राजनाथ सिंह ने वार्ता के बाद मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि साल 2016 में LEMOA और 2018 में COMCASA पर हस्ताक्षर करने के बाद भू-स्थानिक सहयोग के लिए आधारभूत विनिमय और सहयोग समझौते, BECA पर हस्ताक्षर करना, इस दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। दोनों देशों ने साल 2016 में ‘‘लॉजिस्टिक एक्सचेंज मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट'' (LEMOA) पर हस्ताक्षर किए थे। इसके तहत दोनों देशों की सेनाएं मरम्मत और आपूर्ति की पुनः पूर्ति के लिए एक-दूसरे के अड्डों का इस्तेमाल कर सकती हैं। संचार संगतता और सुरक्षा समझौता (COMCASA) 2018 में हुआ था जो दोनों देशों की सेनाओं के बीच पारस्परिकता प्रदान करता है और इससे अमेरिका से उच्च प्रौद्योगिकी को भारत को बेचने की अनुमति मिलती है। राजनाथ ने कहा कि बैठक में हमने संभावित क्षमता निर्माण और अन्य देशों, जिसमें हमारे पड़ोसी देश भी शामिल हैं, में संयुक्त सहयोग गतिविधियों पर विचार-विमर्श किया। इस तरह के कई प्रस्तावों पर हमारे विचार एकसमान हैं और हम इसे आगे बढ़ाएंगे।

 

Quad  के जरिए मजबूत होंगी गतिविधियां
राजनाथ ने कहा कि समुद्री क्षेत्र जागरूकता में सहयोग के लिए हमारे अनुरोध की स्वीकृति का मैं स्वागत करता हूं। दोनों पक्ष आवश्यकताओं को समझने और अपेक्षित प्रणालियों और विशेषज्ञता के संयुक्त विकास के लिए प्रक्रियाएं शुरू करने के लिए सहमत हुए हैं। संयुक्त बयान में कहा गया है कि दोनों पक्षों ने Quad या क्वाड्रिलेटरल गठबंधन को विस्तारित गतिविधियों के जरिए मजबूत करने का भी समर्थन किया जिनमें साझेदार देशों के संगठन के बीच संवाद शुरू करना भी शामिल है। अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से जारी बयान के मुताबिक विदेश मंत्री पोम्पिओ ने अमेरिका-भारत के बीच बढ़ती घनिष्ठता और क्षेत्रीय सुरक्षा एवं समृद्धि के लिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र के समान विचारधारा वाले देशों में साझे लक्ष्य की पुनःपुष्टि की।

 

Quad में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं। इस समूह के विदेश मंत्रियों ने गठबंधन के तहत सहयोग को और बढ़ाने के लिए 6 अक्तूबर को वार्ता की थी। प्रेस वार्ता में राजनाथ ने कहा कि बैठक में हमने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा-स्थिति का मूल्यांकन साझा किया। हमने इस क्षेत्र में सभी देशों की शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए अपनी स्वीकृति की फिर से पुष्टि की।रक्षा मंत्री ने कहा कि हम इस बात पर भी सहमत हुए कि यह आवश्यक है कि नियमों पर आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को बनाए रखा जाए, कानून के शासन का सम्मान किया जाए और अंतर्राष्ट्रीय समुद्र में आवागमन की स्वतंत्रता हो और सभी राज्यों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता को बनाए रखा जाए। उन्होंने कहा कि हमारा रक्षा सहयोग इन उद्देश्यों को आगे बढ़ाने का इच्छुक हैं। दोनों पक्षों ने आगामी मालाबार अभ्यास में शामिल होने के लिए ऑस्ट्रेलिया का स्वागत किया।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!