Edited By Yaspal,Updated: 09 Feb, 2023 04:50 PM

सरकार ने बृहस्पतिवार को बताया कि अप्रैल 2022 से तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों को नहीं बढ़ाया है
नई दिल्लीः सरकार ने बृहस्पतिवार को बताया कि अप्रैल 2022 से तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों को नहीं बढ़ाया है और इनकी कीमत कच्चे तेल के मूल्यों से नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में संबंधित उत्पादों की कीमतों से जुड़ी होती हैं। लोकसभा में राकेश सिंह के प्रश्न के लिखित उत्तर में पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने यह बात कही। उन्होंने बताया कि कच्चे तेल का मूल्य जनवरी 2022 में 84.67 डॉलर प्रति बीबीएल से घटकर जनवरी 2023 में 80.92 डॉलर प्रति बीबीएल हो गया। मंत्री ने कहा कि इस दौरान पेट्रोल का अंतरराष्ट्रीय मूल्य 96.16 डॉलर प्रति बीबीएल से थोड़ा घटकर 95.59 डॉलर प्रति बीबीएल तथा डीजल का मूल्य 97.09 डॉलर प्रति बीबीएल से बढ़कर 111.22 डॉलर प्रति बीबीएल हो गया।
रामेश्वर तेली ने बताया कि घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल के खुदरा मूल्यों को क्रमश: 26 जून 2010 और 19 अक्टूबर 2014 को बाजार निर्धारित बना दिया गया था और तभी से सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियां (ओएमसी) पेट्रोल और डीजल के मूल्य निर्धारण के संबंध में उचित निर्णय लेती हैं। उन्होंने बताया, ‘‘ छह अप्रैल 2022 से ओएमसी ने पेट्रोल और डीजल के मूल्यों को नहीं बढ़ाया है।'' मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क में दो बार- नवंबर 2021 और मई 2022 में 13 रूपये प्रति लीटर और 16 रूपये प्रति लीटर तक की कमी की है। उन्होंने कहा कि इन उपायों का उद्देश्य अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना, खपत को बढ़ावा देना और मुद्रास्फीति को नीचे रखना है ताकि गरीब एवं मध्यम वर्ग की मदद की जा सके।