Edited By Parminder Kaur,Updated: 09 Jun, 2025 03:56 PM

गर्मी से राहत पाने के लिए यमुना नदी में नहाने गए चार दोस्तों में से दो की दुखद रूप से डूबने से मौत हो गई है। यह दर्दनाक घटना सोमवार सुबह करीब दस बजे ऊदपुर गांव के पास यमुना के ठोकर वाले हिस्से में हुई। मृतकों की पहचान रहमान (16) और जैद (17) के रूप...
नेशनल डेस्क. गर्मी से राहत पाने के लिए यमुना नदी में नहाने गए चार दोस्तों में से दो की दुखद रूप से डूबने से मौत हो गई है। यह दर्दनाक घटना सोमवार सुबह करीब दस बजे ऊदपुर गांव के पास यमुना के ठोकर वाले हिस्से में हुई। मृतकों की पहचान रहमान (16) और जैद (17) के रूप में हुई है। इस हादसे के बाद उनके परिवार और पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है।
कैसे हुआ हादसा?
बताया जा रहा है कि चार दोस्त नदी के ठोकर वाले हिस्से में नहा रहे थे, जहाँ पानी का बहाव तेज़ और गहराई अधिक है। इसी दौरान रहमान और जैद गहरे कुंड में उतरते ही पानी में समा गए। उनके बाकी दो साथी किसी तरह खुद को बचाकर बाहर निकल आए और मदद के लिए शोर मचाना शुरू कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, डूबे हुए किशोरों के साथियों ने हिम्मत दिखाते हुए एक राहगीर से फोन लेकर तुरंत गांव में सूचना दी। सूचना मिलते ही नवाजिश और सरवर नामक ग्रामीण फौरन मौके पर पहुंचे। काफी मशक्कत के बाद दोनों युवकों को पानी से बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और उनकी जान जा चुकी थी।
परिवारों पर टूटा दुखों का पहाड़
रहमान अपने चार भाइयों में सबसे छोटा था। कुछ महीने पहले ही वह केरल गया था, जहाँ वह फर्नीचर बनाने का काम सीख रहा था। हादसे से महज तीन दिन पहले ही वह घर लौटा था और उसके परिवार में उसकी वापसी की खुशी थी। अब उसकी मौत से पूरे परिवार में मातम छा गया है। रहमान का हँसमुख चेहरा अब सिर्फ तस्वीरों में ही रह गया है।
वहीं जैद अपने पांच भाई-बहनों में सबसे छोटा था। वह गांव में ही रहकर मेहनत-मजदूरी करता था और अपने परिवार की आर्थिक मदद करता था। उसके पिता का पहले ही निधन हो चुका था और जैद की मौत से परिवार का एकमात्र सहारा छिन गया है।
अधिकारियों ने की मुलाकात, परिजनों ने पोस्टमार्टम से किया इनकार
घटना की सूचना मिलते ही चौसाना चौकी और बिडौली थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार और एसडीएम ऊन संदीप त्रिपाठी ने मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। अधिकारियों ने कानूनी औपचारिकताओं के तहत पोस्टमार्टम कराने की बात कही, लेकिन गहरे गम में डूबे परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से साफ इनकार कर दिया। रविवार की यह दोपहर ऊदपुर गांव के लिए एक काली याद बनकर आई है। दोनों युवकों की मौत से पूरे गांव का माहौल गमगीन है। हर गली में सन्नाटा पसरा है और हर आँख नम है।