Edited By Parminder Kaur,Updated: 15 Jun, 2025 11:50 AM
अहमदाबाद में 12 जून को एक दर्दनाक विमान हादसा हुआ, जिसमें एयर इंडिया का एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से सिर्फ एक व्यक्ति ही जीवित बच पाया। विमान जिस...
नेशनल डेस्क. अहमदाबाद में 12 जून को एक दर्दनाक विमान हादसा हुआ, जिसमें एयर इंडिया का एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से सिर्फ एक व्यक्ति ही जीवित बच पाया। विमान जिस इमारत पर गिरा। वहां भी कई लोगों की जान चली गई। हादसे के बाद कुछ रिपोर्टों में यह दावा किया गया कि इस विमान का रखरखाव तुर्की टेक्निक (Turkish Technic) द्वारा किया गया था। हालांकि, तुर्की के अधिकारियों ने इन दावों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है।
तुर्की ने दिया स्पष्टीकरण?
तुर्की ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि एयर इंडिया और तुर्की टेक्निक के बीच हुआ समझौता केवल बोइंग B777 विमानों के रखरखाव के लिए है, न कि B787-8 ड्रीमलाइनर के लिए। तुर्की टेक्निक ने आज तक एयर इंडिया के किसी भी B787 विमान का रखरखाव नहीं किया है। इसलिए इस संबंध में किए जा रहे सभी दावे पूरी तरह से निराधार और गलत हैं।
तुर्की का पुराना बहिष्कार
यह पहली बार नहीं है, जब तुर्की विवादों में घिरा है। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के दौरान तुर्की ने पाकिस्तान का समर्थन किया था, जिसके कारण भारत में तुर्की के उत्पादों का बड़े पैमाने पर बहिष्कार किया गया था। उस समय भारत में कई व्यापारियों और विश्वविद्यालयों ने तुर्की के साथ अपने समझौतों (MoU) को रद्द करने की घोषणा की थी। तुर्की से आने वाले सेब और मार्बल के आयात पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था, जिससे भारत में तुर्की के व्यापार पर काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ा था।