Edited By Mehak,Updated: 27 Dec, 2025 01:01 PM

उत्तर प्रदेश सरकार ने स्कूलों में शिक्षा और सामान्य ज्ञान बढ़ाने के लिए नया नियम लागू किया है। अब सभी सरकारी और माध्यमिक स्कूलों में सुबह प्रार्थना के बाद 10 मिनट अखबार पढ़ना अनिवार्य होगा। हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों में अखबार उपलब्ध होंगे। इससे...
नेशनल डेस्क : उत्तर प्रदेश सरकार ने स्कूलों में शिक्षा और बच्चों की सामान्य ज्ञान क्षमता बढ़ाने के लिए एक नया नियम लागू किया है। अब सभी सरकारी और माध्यमिक स्कूलों में सुबह प्रार्थना के बाद बच्चों के लिए अखबार पढ़ना अनिवार्य कर दिया गया है। इस पहल का उद्देश्य बच्चों में पढ़ने की आदत को विकसित करना, उनकी शब्दावली (वोकैब्लरी) बढ़ाना और स्क्रीन टाइम कम करना है।
नया नियम और उद्देश्य
यूपी बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बताया कि इस नियम के तहत स्कूलों में सुबह प्रार्थना के बाद 10 मिनट अखबार पढ़ने के लिए निर्धारित किए जाएंगे। बच्चों को दोनों भाषाओं में, हिंदी और अंग्रेज़ी, अखबार उपलब्ध कराए जाएंगे। इस पहल का मकसद बच्चों को केवल किताबों तक सीमित न रखना, बल्कि उन्हें वर्तमान घटनाओं और समाज के विभिन्न क्षेत्रों से जोड़ना है।
बच्चों की वोकैब्लरी में सुधार
विभाग ने बताया कि इस पहल से बच्चों की शब्दावली में सुधार होगा। रोजाना नए-नए शब्द सीखने का मौका मिलेगा। स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों का ज्ञान और सामान्य जागरूकता (GK) भी बढ़ेगी।
नियम कैसे लागू होगा
- स्कूलों में सरकारी पैसे से अखबार खरीदे जाएंगे।
- बच्चों को पढ़ाई के बाद प्रमुख समाचारों के बारे में पूछताछ की जाएगी।
- बच्चों से 5 नए शब्दों को पहचानने और बताने को कहा जाएगा।
- हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं में अखबार उपलब्ध रहेंगे।
स्क्रीन टाइम कम करने का लक्ष्य
आजकल बच्चों में मोबाइल और डिजिटल स्क्रीन का समय लगातार बढ़ रहा है। इस नियम के जरिए उन्हें सुबह पढ़ने की आदत डालने के साथ ही डिजिटल समय कम करने का अवसर मिलेगा।
उम्मीदें और फायदे
इस नियम से बच्चे:
- रोज़ाना नए शब्द सीखेंगे।
- सामान्य ज्ञान और खबरों से जुड़े रहेंगे।
- पढ़ने की आदत में सुधार होगा और स्कूल की पढ़ाई के साथ वास्तविक दुनिया की जानकारी भी बढ़ेगी।
उत्तर प्रदेश सरकार का मानना है कि यह पहल बच्चों की शिक्षा और उनकी सामान्य जागरूकता दोनों को मजबूत करेगी। इस नए नियम से स्कूलों में सुबह का समय शिक्षा और ज्ञानवर्धन के लिए और भी उपयोगी बनेगा।