Edited By ,Updated: 10 Feb, 2016 01:03 PM
जीका वायरस से माइक्रोसेफेली नाम की बीमारी हो सकती है। इस बीमारी से सबसे ज्यादा खतरा गर्भवती महिलाओं को हो सकता है। अगर गर्भवती महिला इस वायरस की लपेट में...
जीका वायरस से माइक्रोसेफेली नाम की बीमारी हो सकती है। इस बीमारी से सबसे ज्यादा खतरा गर्भवती महिलाओं को हो सकता है। अगर गर्भवती महिला इस वायरस की लपेट में अा जाती है तो उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत भी हो सकती है अौर बच्चे के दिमाग का विकास भी रूक सकता है। इसलिए ऐसी महिलाओं को इसे बचने के लिए अपने खान-पान मं ज्यादा ध्यान देना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को खाने में पौष्टिक तत्व वाली चीजें खानी चाहिए। इस अवस्था में ऐसी महिलाओं को एल्कोहल का सेवन नही करना चाहिए अौर डायबिटीज से भी बच कर रहें।
जीका के लक्षण :
जीका वायरस का पता मच्छर के काटने के 10 दिन के बाद में पता लगता है। अगर आपके शरीर पर लाल रंग के धब्बे दुखार्इ दें, बुखीर हो, अांखों का रंग लाल हो, सिर दर्द हो तो अपने अास पास के किसी डॉक्टर को दिखाए। ये सब लक्षण जीका वायरस के होने का सकेंत देते है।
बचने के उपाय :
- गर्भवती महिलाओं को जीका वायरस से बचने के लिए अपने पूरे शरीर को ढककर रखना चाहिए।
- गर्भवती महिलाओं को ऐसी अवस्था में हल्के रंग के कपड़े पहनने चाहिए।
- घर में किसी भी चीज में पानी न भरा रहने दें। जैसे कि गमले, बाल्टी, कूलर आदि। अगर इनमें पानी है तो उसे निकाल दें।
- अगर अापको बुखार, गले में खराश, जोड़ों में दर्द, आंखें लाल हैं तो अापको ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थों पीने चाहिए।
- घर में मच्छरों से छुटकारा पाने के लिए मच्छरदानी, मॉस्किटो रैपलेंट का इस्तेमाल करें।