Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 Feb, 2023 05:17 PM

शेयर बाजारों में तेजी का लाभ उठाने के लिए निवेशकों ने गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (गोल्ड ईटीएफ) से जनवरी में 199 करोड़ रुपए की निकासी की। इसके साथ ही गोल्ड ईटीएफ से निकासी का यह लगातार तीसरा महीना रहा। एसआईपी में रिकॉर्ड प्रवाह के बीच अन्य खंडों की...
नई दिल्लीः शेयर बाजारों में तेजी का लाभ उठाने के लिए निवेशकों ने गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (गोल्ड ईटीएफ) से जनवरी में 199 करोड़ रुपए की निकासी की। इसके साथ ही गोल्ड ईटीएफ से निकासी का यह लगातार तीसरा महीना रहा। एसआईपी में रिकॉर्ड प्रवाह के बीच अन्य खंडों की तुलना में निवेशक शेयरों में निवेश को तरजीह दे रहे हैं। भारतीय म्यूचुअल फंड संघ (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार, निवेशकों द्वारा गोल्ड ईटीएफ से दिसंबर, 2022 में 273 करोड़ रुपए और नवंबर में 195 करोड़ रुपए की निकासी की गई थी। उससे पहले गोल्ड ईटीएफ में अक्टूबर में 147 करोड़ रुपए का निवेश हुआ था।
मॉर्निंगस्टार इंडिया की वरिष्ठ विश्लेषक कविता कृष्णन ने कहा कि इक्विटी आधारित म्यूचुअल फंड का आकर्षण बढ़ने से निवेशक गोल्ड ईटीएफ से पैसा निकालकर शेयरों में लगा रहे हैं। निकासी की एक और वजह सोने की कीमतों में तेजी है। निकासी के बावजूद गोल्ड ईटीएफ के प्रबंधन के तहत शुद्ध परिसंपत्तियां (एयूएम) दिसंबर अंत के 21,455 करोड़ रुपए से बढ़कर जनवरी अंत में 21,836 करोड़ रुपए हो गईं। इससे लगता है कि गोल्ड ईटीएफ निवेशकों के लिए सोने में निवेश करने का अच्छा तरीका बना हुआ है लेकिन यह अधिकतर सोने की भौतिक मांग और आपूर्ति पर निर्भर है।