Edited By jyoti choudhary,Updated: 01 Mar, 2023 06:02 PM

हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद भारी नुकसान झेल रहे अडानी ग्रुप की ओर से क्रेडिटर्स (ऋण देने वाले) के लिए राहतभरी खबर आई है। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि अडानी समूह ने अपने क्रेडिटर्स से कहा है कि उसने एक सॉवरेन वेल्थ फंड से तीन
बिजनेस डेस्कः हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद भारी नुकसान झेल रहे अडानी ग्रुप की ओर से क्रेडिटर्स (ऋण देने वाले) के लिए राहतभरी खबर आई है। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि अडानी समूह ने अपने क्रेडिटर्स से कहा है कि उसने एक सॉवरेन वेल्थ फंड से तीन बिलियन डॉलर का ऋण लिया है। सूत्रों की मानें तो क्रेडिट प्रोफाइल के बारे में चिंताओं को कम करने के मकसद से समूह ने यह कदम उठाया है। सॉवरेन वेल्थ फंड की क्रेडिड लिमिट को पांच बिलियन डॉलर तक बढ़ाया जा सकता है।
इससे पहले खबर आई थी कि क्रेडिट प्रोफाइल को सुधारने के लिए ग्रुप शेयरों को गिरवी रखकर लिए गए 5705 से 6532 करोड़ रुपए (69 से 79 करोड़ डॉलर) के कर्ज को समय से पहले चुकाने की योजना बना रहा है। माना जा रहा है कि कंपनी मार्च के महीने में ही इन कर्जों का समयपूर्व भुगतान कर सकती है।
हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद 80 प्रतिशत तक की गिरावट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अडानी ग्रीन एनर्जी अपने 2024 के बॉन्ड्स को तीन साल के लिए 80 करोड़ डॉलर (लगभग 6615 करोड़ रुपए) के क्रेडिट लाइन पर रीफाइनेंस करने की योजना बना रहा है। बता दें कि अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद अडानी समूह के कई शेयरों में 80 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई है।
निवेशकों के साथ समन्वय बनाने की कोशिश
निवेशकों की चिंता को दूर करने के लिए अडानी समूह लगातार निवेशकों के साथ समन्वय बनाने की कोशिश कर रहा है। सोमवार को सिंगापुर में एक दर्जन वैश्विक स्तर के बैंकों के साथ बैठक के बाद ग्रुप दो दिनों का रोडशो कर रहा है। सिंगापुर में ग्रुप की कमाई से लेकर उसके कुल ऋणों के बारे में 10 पेज से अधिक का प्रेजेंटेशन भी पेश किया गया।