Edited By jyoti choudhary,Updated: 10 Dec, 2022 03:29 PM
सैंट्रल बैंक द्वारा जुलाई से सितंबर के मध्य की गई करीब 400 टन सोने की खरीद का रहस्य गहराने के बाद चीन ने नवंबर में 32 टन सोने की खरीद की पुष्टि की है। इस खरीद के बाद चीन का गोल्ड रिजर्व बढ़ कर 1980 टन हो गया है।
बिजनेस डेस्कः सैंट्रल बैंक द्वारा जुलाई से सितंबर के मध्य की गई करीब 400 टन सोने की खरीद का रहस्य गहराने के बाद चीन ने नवंबर में 32 टन सोने की खरीद की पुष्टि की है। इस खरीद के बाद चीन का गोल्ड रिजर्व बढ़ कर 1980 टन हो गया है। वर्ल्ड गोल्ड काऊंसिल के आंकड़ों के अनुसार सेंट्रल बैंकों ने इस वर्ष जुलाई से सितम्बर तक 399.3 टन का सोना खरीदा। इस खरीद में से तुर्की, उज्बेकिस्तान और भारत ने क्रमश: 31.2 टन, 26.1 टन और ने 17.5 टन सोना खरीदा था और अन्य करीब 300 टन सोने की खरीद को लेकर रहस्य बना हुआ था लेकिन अब चीन ने साफ किया है कि उसने अपने स्वर्ण भंडार में वृद्धि की है।
इसके पहले वाली तिमाही यानी अप्रैल से मई के बीच इन बैंकों ने 186 टन सोना खरीदा था। जनवरी से मार्च के बीच 87.7 टन सोना खरीदा गया था। 1967 के बाद सेंट्रल बैंकों ने सोने की इतनी बड़ी मात्रा में कभी खरीदारी नहीं की।
चीन के सेंट्रल बैंक पीपुल्स बैंक
ऑफ चाइना ने अपने भंडार में मौजूद सोने के बारे में आखिरी बार जानकारी सितम्बर 2019 में दी थी, इसलिए चीन की खरीदारियों की ताजा ठोस जानकारी सामने नहीं आई थी। बुलियन मार्कीट पर नजर रखने वाली वैबसाइट जीरो हेज ने चीन द्वारा की गई इस खरीद को लेकर विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की है। इसी वैबसाइट ने नवम्बर महीने में 300 टन सोने की खरीद रहस्यमयी तरीके से किए जाने की पुष्टि की है।
चीन पहले भी कर चुका है ऐसी खरीद
इस रहस्यमयी खरीद को लेकर चीन पर सवाल इसलिए भी उठ रहे थे क्योंकि चीन ऐसी खरीदारी पहले भी कर चुका है। 2009 से चुप्पी साधे रखने के बाद 2015 में उसने यह बता कर दुनिया को चौंका दिया कि उसके भंडार में 600 टन सोना है। इसके बाद चीन ने 2016 में सोने की आधिकारिक खरीद की पुष्टि की थी और फिर 2019 में आखिरी बार अपने गोल्ड रिजर्व की आधिकारिक जानकारी दी थी।
स्वर्ण और वित्तीय विश्लेषक कोइचिरो कमेई ने वैबसाइट निक्कईएशिया. कॉम से कहा, "कुछ अज्ञात खरीद हमेशा होती है लेकिन इतनी बड़ी मात्रा में ऐसा होने के बारे में पहले कभी नहीं सुना गया। " जापान में रहने वाले तुर्की के अर्थशास्त्री अमीन युरुमाजू ने कहा, "यह देखने के बाद कि रूस की विदेश में स्थित संपत्तियां जब्त कर ली गईं, पश्चिम विरोधी देश अपने भंडार में सोना जमा कर रहे हैं।" मार्कीट एनालिस्ट इत्सुओ तोशिमा ने कहा, “संभवतः चीन ने रूस से बड़ी मात्रा में सोना खरीदा है।"