Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 Aug, 2022 04:17 PM
सरकार की गेहूं आयात करने की कोई योजना नहीं है और देश की जरूरतों को पूरा करने के लिए उसके पास पर्याप्त भंडार है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने कहा कि भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के पास सार्वजनिक वितरण के लिए पर्याप्त भंडार है।
नई दिल्लीः सरकार की गेहूं आयात करने की कोई योजना नहीं है और देश की जरूरतों को पूरा करने के लिए उसके पास पर्याप्त भंडार है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने कहा कि भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के पास सार्वजनिक वितरण के लिए पर्याप्त भंडार है।
एक सूत्र ने कहा, ''भारत की गेहूं आयात करने की कोई योजना नहीं है। देश में हमारी घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त भंडार है।'' उन्होंने यह टिप्पणी कुछ खबरों के संदर्भ में की, जिनमें कहा गया था कि भारत आने वाले समय में गेहूं का आयात कर सकता है। भारत का गेहूं उत्पादन लगभग तीन प्रतिशत घटकर 10.684 करोड़ टन रहने का अनुमान है।
हालांकि फसल वर्ष 2021-22 में कुल खाद्यान्न उत्पादन रिकॉर्ड 31.572 करोड़ टन होने का अनुमान है। दरअसल देश के उत्तरी राज्यों- पंजाब और हरियाणा में गेहूं की फसल पकने के समय भीषण गर्मी पड़ने से गेहूं का उत्पादन कम होने का अनुमान है। कृषि मंत्रालय की तरफ से हाल ही में जारी फसल वर्ष 2021-22 के चौथे अग्रिम अनुमान के अनुसार चावल, मक्का, चना, दलहन, तिलहन और गन्ने का उत्पादन नया रिकॉर्ड बना है।