Edited By jyoti choudhary,Updated: 16 Sep, 2023 03:02 PM
भारत और ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (FTA) के लिए 13वें दौर की बातचीत सोमवार से शुरू करने जा रहे हैं। सरकार के अधिकारियों ने कहा कि दोनों पक्षों ने प्रस्तावित द्विपक्षीय निवेश संधि के साथ ‘उत्पत्ति के नियम’ जैसे अहम विषयों पर बातचीत में अच्छी प्रगति...
नई दिल्लीः भारत और ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (FTA) के लिए 13वें दौर की बातचीत सोमवार से शुरू करने जा रहे हैं। सरकार के अधिकारियों ने कहा कि दोनों पक्षों ने प्रस्तावित द्विपक्षीय निवेश संधि के साथ ‘उत्पत्ति के नियम’ जैसे अहम विषयों पर बातचीत में अच्छी प्रगति की है।
पिछले महीने जयपुर में आयोजित जी20 के व्यापार और निवेश पर मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान दोनों देशों ने अलग से कई उच्च स्तरीय वार्ताएं की थी। उसके बाद पिछले सप्ताह जी20 के राष्ट्राध्यक्षों के सम्मेलन के दौरान भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने अलग से भी बातचीत की थी।
इस बातचीत से जुड़े लोगों ने कहा कि सुनक के एक बार फिर भारत आने और मोदी के साथ बैठक करने की उम्मीद है, जिसमें प्रस्तावित एफटीए पर भी चर्चा होगी।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के मुताबिक, ‘दोनों देश महत्त्वाकांक्षी समझौते पर नजर बनाए हुए हैं, जो दोनों के लिए फायदेमंद हो। हम अपने को किसी समयसीमा में नहीं बांध रहे हैं। यह समझौता सभी हिस्सेदारों और दोनों देशों के नागरिकों के लिए फायदेमंद होना चाहिए। प्रगति अच्छी है। जो भी मसले हैं, उसे हम जल्द से जल्द निपटाना चाहते हैं।’ यह बातचीत पिछले साल जनवरी में शुरू हुई थी। प्रस्तावित एफटीए के कुल 26 अध्यायों में से 19 पर बातचीत पूरी हो चुकी है।
भारत-कनाडा एफटीए रुका
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि राजनीतिक मसलों पर दोनों देशों के बीच एक संकल्प के बाद ही भारत और कनाडा के बीच व्यापार समझौते परस बातचीत बहाल हो सकेगी।
एक अधिकारी ने कहा, ‘कनाडा में कुछ राजनीतिक घटनाक्रम हुए हैं, जिसे लेकर भारत ने आपत्ति उठाई है। भारत ने कनाडा की राजनीतिक घटनाओं के खिलाफ कड़ी नाराजगी जताई है और इसलिए फिलहाल जबतक ये राजनीतिक मसले हल नहीं हो जाते हैं, हमने बातचीत रोक दी है।’
अधिकारी ने कहा कि राजनीतिक मसलों के हल होने के बाद बातचीत बहाल होगी, यह अभी सिर्फ रोकी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के समक्ष कनाडा में चल रही भारत विरोधी चरमपंथी गतिविधियों को लेकर गंभीर चिंता जताई थी, उसके बाद यह फैसला आया है।
भारत के राजनयिकों के खिलाफ हिंसा भड़काने और भारतीय समुदाय के लोगों को धमकाने से संबंधित मामलों को लेकर मोदी ने चिंता जताई थी। भारत और कनाडा ने व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के नए अवसर के लिए मार्च 2022 में समग्र व्यापार समझौते पर नए सिरे से बातचीत शुरू की थी। यह भी फैसला किया गया था कि शुरुआती प्रगति व्यापार समझौता (ईपीटीए) इसका पहला कदम होगा और उसके बाद समग्र आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) की ओर कदम बढ़ेंगे। भारत का उद्योग टेक्सटाइल और चमड़े के उत्पादों के लिए शुल्क मुक्त पहुंच के साथ पेशेवरों के लिए आसान वीजा मानक चाहता है। वहीं कनाडा की रुचि डेयरी और कृषि उत्पादों को लेकर है।