Edited By jyoti choudhary,Updated: 26 May, 2025 04:16 PM

शेयर बाजार में छोटे स्टॉक्स यानी स्मॉलकैप कंपनियों ने हाल के दिनों में जबरदस्त रफ्तार पकड़ी है। सिर्फ 10 कारोबारी दिनों में स्मॉलकैप शेयरों ने निवेशकों को करीब 7.3 लाख करोड़ रुपए का रिटर्न दिलाया है। तेजी इतनी जबरदस्त रही कि बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स...
बिजनेस डेस्कः शेयर बाजार में छोटे स्टॉक्स यानी स्मॉलकैप कंपनियों ने हाल के दिनों में जबरदस्त रफ्तार पकड़ी है। सिर्फ 10 कारोबारी दिनों में स्मॉलकैप शेयरों ने निवेशकों को करीब 7.3 लाख करोड़ रुपए का रिटर्न दिलाया है। तेजी इतनी जबरदस्त रही कि बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स ने 10% का उछाल दिखाया, जिससे रिटेल और संस्थागत निवेशकों दोनों को भारी मुनाफा हुआ है। कई शेयरों ने 30% से लेकर 65% तक की तेजी दिखाई है, जिससे यह सेगमेंट निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है।
BSE स्मॉलकैप इंडेक्स ने इस अवधि में 10% की तेजी दिखाई है। नेलकास्ट और कॉस्मो फर्स्ट जैसे स्टॉक्स में 65% तक का उछाल आया है, जबकि GRSE में 55% की बढ़त दर्ज की गई है। कुल मिलाकर 46 शेयरों में 30% से अधिक की तेजी देखी गई, जिनमें TTML, IFCI, BLS E-Services, NDTV, Inox Green Energy, Zen Tech, Angel One और Titagarh Rail शामिल हैं। BSE स्मॉलकैप इंडेक्स के लगभग 980 शेयरों में से 70 से भी कम ने नकारात्मक रिटर्न दिया है।
क्या कारण हैं उछाल के पीछे?
विशेषज्ञों के अनुसार यह तेजी संयोग नहीं, बल्कि कई मजबूत वजहों का परिणाम है:
- कुछ कंपनियों के बेहतर तिमाही नतीजे
- डिफेंस और रेलवे जैसे क्षेत्रों में तेज ग्रोथ
- रिटेल निवेशकों की सक्रिय भागीदारी
सावधानी जरूरी, कह रहे हैं जानकार
विशेषज्ञों का मानना है कि कई प्रमुख स्टॉक्स अभी भी दबाव में हैं और यह साल 2023 जैसी स्थितियों से अलग है।