Amazon-Flipkart की बढ़ेंगी मुश्किलें, बड़ी कार्रवाई की तैयारी में BIS, क्या है पूरा मामला

Edited By jyoti choudhary,Updated: 05 Jun, 2025 06:22 PM

troubles for amazon and flipkart will increase bis preparing big action

ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) देश की दो प्रमुख ईकॉमर्स कंपनियों Amazon और Flipkart के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रहा है। BIS का आरोप है कि इन कंपनियों के प्लेटफॉर्म पर बड़ी संख्या में ऐसे उत्पाद बेचे जा रहे हैं, जिन पर अनिवार्य BIS...

बिजनेस डेस्कः ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) देश की दो प्रमुख ईकॉमर्स कंपनियों Amazon और Flipkart के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रहा है। BIS का आरोप है कि इन कंपनियों के प्लेटफॉर्म पर बड़ी संख्या में ऐसे उत्पाद बेचे जा रहे हैं, जिन पर अनिवार्य BIS सर्टिफिकेशन नहीं था।

मार्च 2025 में हुई थी छापेमारी

BIS की दो टीमों ने मार्च 2025 में Amazon और Flipkart के वेयरहाउस पर छापेमारी की थी। इस दौरान BIS अधिनियम 2016 के तहत हजारों की संख्या में उत्पाद जब्त किए गए, जो क्वालिटी कंट्रोल ऑर्डर (QCO) का उल्लंघन करते पाए गए। QCO के अनुसार, कुछ विशिष्ट कैटेगिरी के उत्पादों को बिना BIS मार्क के बेचना अवैध है।

Amazon से जब्त किए गए उत्पाद

चेन्नई स्थित Amazon के गोदाम से 3,000 से अधिक प्रोडक्ट जब्त किए गए। इनमें शामिल थे:

  • इंसुलेटेड फ्लास्क
  • फूड कंटेनर
  • मेटलिक वाटर बॉटल
  • सीलिंग फैन
  • खिलौने

जब्त सामान की कुल कीमत लगभग ₹36 लाख बताई गई है।

Flipkart से क्या मिला?

Flipkart के वेयरहाउस से जिन उत्पादों को जब्त किया गया, उनमें शामिल थे:

  • 286 पैक बेबी डायपर (प्रत्येक में 42 पीस)
  • 36 कासेरोल बॉक्स
  • 26 स्टेनलेस स्टील बॉटल
  • 10 इंसुलेटेड बॉटल

हालांकि, BIS ने Flipkart से जब्त माल की कुल कीमत का खुलासा नहीं किया है।

10 गुना तक मुआवजे की मांग संभव

BIS अधिनियम 2016 के तहत जब्त किए गए सामान की कीमत का 10 गुना तक मुआवजा इन कंपनियों से मांग सकता है। इसके अलावा, BIS आपराधिक मामला दर्ज कर मजिस्ट्रेट कोर्ट में केस दायर करने की तैयारी में है।

BIS की भूमिका और चेतावनी

BIS, उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के तहत काम करने वाली संस्था है, जो उत्पादों और सेवाओं के लिए गुणवत्ता मानक तय करती है। BIS ने कहा है कि बिना प्रमाणन के उत्पादों की बिक्री उपभोक्ताओं की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है और यह कानूनन अपराध की श्रेणी में आता है।

BIS ने यह भी संकेत दिया है कि भविष्य में इस तरह की ऑनलाइन बिक्री पर और सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि ईकॉमर्स कंपनियों को स्पष्ट चेतावनी दी जा सके।

Amazon और Flipkart की प्रतिक्रिया लंबित

खबर लिखे जाने तक Amazon और Flipkart की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई थी। 
 

Related Story

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!