Edited By jyoti choudhary,Updated: 05 Jun, 2025 12:52 PM

सोने की कीमतें फिलहाल अपने ऐतिहासिक शिखर पर हैं लेकिन अगले दो महीनों में इसमें 12% से 15% तक की गिरावट देखी जा सकती है। यह अनुमान किसी और ने नहीं बल्कि Quant Mutual Fund ने जताया है। हालांकि, फंड का यह भी कहना है कि मध्यम और लंबी अवधि के निवेशकों के...
बिजनेस डेस्कः सोने की कीमतें फिलहाल अपने ऐतिहासिक शिखर पर हैं लेकिन अगले दो महीनों में इसमें 12% से 15% तक की गिरावट देखी जा सकती है। यह अनुमान किसी और ने नहीं बल्कि Quant Mutual Fund ने जताया है। हालांकि, फंड का यह भी कहना है कि मध्यम और लंबी अवधि के निवेशकों के लिए सोना अब भी पोर्टफोलियो का एक अहम हिस्सा बना रहना चाहिए।
38% तक गिर सकता है सोना
अमेरिका स्थित फाइनेंशियल रिसर्च फर्म Morningstar ने भविष्यवाणी की है कि अगले कुछ वर्षों में सोने की कीमतों में 38 प्रतिशत तक की गिरावट संभव है। यह अनुमान निवेशकों के बीच हलचल पैदा कर रहा है।
बिक्री पर पड़ा असर
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, बीते 15 दिनों में देशभर में सोने के आभूषणों की बिक्री में 30% तक की गिरावट देखी गई है। इसकी बड़ी वजह हाल की 5% तक की तेजी है, जिससे ग्राहक दूरी बना रहे हैं।
अक्षय तृतीया के बाद डिमांड कमजोर
IBJA के नेशनल सेक्रेटरी सुरेंद्र मेहता ने बताया कि अक्षय तृतीया (मई का पहला सप्ताह) में सोने की कीमतों में थोड़ी नरमी के चलते डिमांड बढ़ी थी लेकिन उसके बाद फिर उछाल आने से लोग खरीदारी से पीछे हट गए।
सोने की कीमतों में तेजी की मुख्य वजह
- वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता
- मुद्रास्फीति का डर
- अमेरिका-चीन व्यापार तनाव
- यूरोप-अमेरिका के बीच व्यापारिक खींचतान