Edited By Niyati Bhandari,Updated: 20 Nov, 2022 10:09 AM
बद्रीनाथ धाम के कपाट शनिवार को अपराह्न 3 बजकर 35 मिनट पर विधि विधान से शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इस मौके पर करीब 10000 तीर्थ यात्रियों ने अंतिम पूजा में प्रतिभाग किया।
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देहरादून (ए.एन.आई.): बद्रीनाथ धाम के कपाट शनिवार को अपराह्न 3 बजकर 35 मिनट पर विधि विधान से शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इस मौके पर करीब 10000 तीर्थ यात्रियों ने अंतिम पूजा में प्रतिभाग किया।
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अंतिम दिन सेना के मधुर बैंड की धुनों पर श्रद्धालु जमकर झूमे। कपाट बंद होने के बाद कुबेर और उद्धव जी की उत्सव मूर्ति डोली बामणी गांव के लिए रवाना हुई। इस मौके पर ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज और बी.के.टी.सी. के अध्यक्ष अजेंद्र अजय भी मौजूद रहे। इस वर्ष 17 लाख 60 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने बद्रीनाथ धाम के दर्शन किए, जो अब तक का रिकार्ड है।