Edited By Jyoti,Updated: 22 Nov, 2020 04:27 PM
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
देशभर के विभिन्न हिस्सों में आज गोपाष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है। इस पर्व से जुड़ी लगभग जानकारी हम आपको अपनी वेबसाइट के द्वारा बता ही चुके हैं।
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
देशभर के विभिन्न हिस्सों में आज गोपाष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है। इस पर्व से जुड़ी लगभग जानकारी हम आपको अपनी वेबसाइट के द्वारा बता ही चुके हैं। इइसी बीच अब हम आपको बताने वाले हैं कि इस दिन जातक को गाय माता की पूजा आदि के बाद गाय माता का आशीर्वाद पाने के लिए तथा इनकी कृपा पाने के लिए क्या इनकी कौन सी आरती का गुणगान करना चाहिए। आप में से बहुत से जातक ये सोच रहे होंगे कि क्या गाय माता की पूजा आदि करने के बाद आरती का गुणगान करना आवश्यक होता है तो बता दें जी हां, जिस तरह सनातन धर्म समस्त देवी-देवताओं की विधि वत पूजा करने के बाद आखिर में आरती करना आवश्यक होता, ठीक उसू तरह गोपाष्टमी के दिन इनकी पूजा के बाद आरती न करने से जातक की आराधना पूरी नहीं मानी जाती है। यहां जानें इनकी आरती-
ॐ जय जय गौमाता, मैया जय जय गौमाता
जो कोई तुमको ध्याता, त्रिभुवन सुख पाता
सुख समृद्धि प्रदायनी, गौ की कृपा मिले
जो करे गौ की सेवा, पल में विपत्ति टले
आयु ओज विकासिनी, जन जन की माई
शत्रु मित्र सुत जाने, सब की सुख दाई
सुर सौभाग्य विधायिनी, अमृती दुग्ध दियो
अखिल विश्व नर नारी, शिव अभिषेक कियो
ममतामयी मन भाविनी, तुम ही जग माता
जग की पालनहारी, कामधेनु माता
संकट रोग विनाशिनी, सुर महिमा गाई
गौ शाला की सेवा, संतन मन भाई
गौ मां की रक्षा हित, हरी अवतार लियो
गौ पालक गौपाला, शुभ संदेश दियो
श्री गौमाता की आरती, जो कोई सुत गावे
पदम् कहत वे तरणी, भव से तर जावे