Edited By Niyati Bhandari,Updated: 14 Jul, 2023 12:15 PM
सावन और प्रदोष दोनों ही महादेव को बहुत प्रिय हैं। प्रदोष का व्रत करने से महादेव बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं। वैसे तो सावन में 2 बार प्रदोष का
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Sawan Pradosh Vrat 2023: सावन और प्रदोष दोनों ही महादेव को बहुत प्रिय हैं। प्रदोष का व्रत करने से महादेव बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं। वैसे तो सावन में 2 बार प्रदोष का व्रत रखा जाता है लेकिन अधिक मास होने के कारण इस बार श्रावण माह में 4 बार इस व्रत को रखा जाएगा। आज सावन का पहला प्रदोष व्रत है। पुराणों के अनुसार ये उपवास रखने से व्यक्ति के जीवन से पाप धुल जाते हैं और दो गायों के दान के समान पुण्य प्राप्त होता है।
इसका जिक्र शिव चालीसा में भी किया गया है: त्रयोदशी व्रत करें हमेशा। ताके तन नहीं रहै कलेशा।
इसका मतलब त्रयोदशी व्रत जीवन के सारे कलेश दूर कर देता है। सावन माह में तो ये व्रत और भी ज्यादा खास है क्योंकि ये सावन के महीने में आ रहा है। अगर आप भी अपने जीवन से परेशानियों को दूर करना चाहते हैं तो करें ये सरल उपाय-
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प्रदोष व्रत के दौरान शिव जी का रुद्राभिषेक जरूर करें। अगर आर्थिक दशा कमजोर चल रही है तो खुद अभिषेक करें। इसके लिए एक बिल्व पत्र पर सफेद चंदन से राम लिखें और शिवलिंग पर चढ़ाएं। रुद्राभिषेक करते हुए ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।
अगर राहु से परेशान हैं तो प्रदोष व्रत के दिन शिव जी को धतूरे का फूल जरूर चढ़ाएं।
जीवन की समस्त बाधा को दूर करने के लिए जल में काले तिल और गंगाजल मिलाकर शिवलिंग पर अर्घ्य दें। ऐसा करने से जल्दी ही आपको अपनी समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।
माता पार्वती और भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए आज शाम को भोलेनाथ के सामने बैठकर शिव चालीसा का पाठ करें।
आज के दिन सफेद चीज जैसे दूध, दही और चीनी का दान करें। ऐसा करने से चंद्रमा भी मजबूत होता है और मानसिक परेशानियों से राहत मिलती है।
प्रदोष व्रत के दिन शाम के समय भोलेनाथ की पूजा करने के बाद आरती अवश्य करें।
Sawan Pradosh fast auspicious time सावन प्रदोष व्रत शुभ मुहूर्त: सावन माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 14 जुलाई 2023 को रात 07.17 को शुरू होगी और 15 जुलाई रात 08.32 मिनट पर इसका समापन होगा।
पूजा का समय: रात 07.21 से रात 09.24 तक