Edited By Niyati Bhandari,Updated: 20 Oct, 2020 07:58 AM
आज आपके जन्मदिन की आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं । 20 अक्टूबर में जन्में व्यक्तियों का मूलांक 2 होता है, जिन के स्वामी चंद्र देव हैं। मूलांक 2 वाले जातकों के मुख पर चन्द्रमा के समान चमक व
Today's Birthday Prediction: आज आपके जन्मदिन की आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं । 20 अक्टूबर में जन्में व्यक्तियों का मूलांक 2 होता है, जिन के स्वामी चंद्र देव हैं। मूलांक 2 वाले जातकों के मुख पर चन्द्रमा के समान चमक व कांति होती है। इनका मन बहुत चंचल होता है। इनकी सोच एक पल कहीं तो अगले पल कहीं होती है। हालांकि ये लोग अच्छे कवि साबित होते हैं। ये लोग अपना बचपना नहीं छोड़ते। ये दूसरे लोगों के साथ बहुत जल्दी गहरे व भावुक स्तर पर जुड़ जाते हैं। मूलांक 2 वाले जातक हृदय से बड़े कोमल व मृदु स्वभाव के होते हैं।
आज जिन जातकों का जन्मदिन है इस वर्ष आप धार्मिक यात्राएं करने की योजना बना सकते हैं। यह वर्ष स्वयं के अंत मन का आंकलन करने के लिए अनुकूल समय है। माता की सेहत का ख्याल रखें। आप घूम फिर कर कोई काम करते हैं तो लाभ मिलेगा। अक्टूबर के माह में आय के नए स्त्रोत प्राप्त हो सकते हैं। किसी कार्य को करने में शीघ्रता न दिखाएं। नवम्बर के माह में बच्चों को लेकर मन चिंतित हो सकता है। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें। दिसम्बर के महीने का समय शुभ है। आपके मनोबल में वृद्धि होगी। कार्यों को करने में एकाग्रता बढ़ेगी। फिलहाल कोई नया या बड़ा निवेश न करें।
वर्ष 2021 की शुरुआत के समय की गति थोड़ी धीमी रहेगी। मांगलिक कार्य में रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि मार्च से परिस्थितियों में सुधार आएगा। आप घर के बड़ों की सलाह से नए कार्य की शुरुआत पर विचार कर सकते हैं। सरकारी काम बनेंगे। अप्रैल के माह में साझेदारी में काम करने के प्रस्ताव प्राप्त हो सकते हैं। मई के माह का समय शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े जातकों के लिए उत्तम है। पढ़ाई में मन लगेगा। जून के महीने का समय सतर्कता से व्यतीत करें। जुलाई व अगस्त का समय विवाह योग्य जातकों के लिए शुभ है। जीवनसाथी के साथ सम्बंध अच्छे होंगे। सितम्बर के महीने में संतान पक्ष चिंता का कारण बन सकता है।
उपाय- इस वर्ष के शुभ फल प्राप्त करने के लिए काला-सफ़ेद कम्बल मंदिर में दान दें।
कौए को पनीर खिलाएं।
परनिंदा से बचें।
किसी काम पर जाने से पहले माता के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लें।
यथासम्भव चांदी के पात्र में जल पिएं।
सूर्य को जल दें।
आचार्य लोकेश धमीजा
वेबसाइट –www.goas.org.in