Edited By Niyati Bhandari,Updated: 12 Dec, 2023 08:51 AM
गुजरात के वडनगर में स्थित हाटकेश्वर मंदिर एक अनूठा तीर्थ है। कहते है कि यहां मात्र 15 दिन भी कोई सच्चे मन से शिव जी की पूजा कर ले तो उसे परम गति प्राप्त होती है यानी जीवन-मृत्यु के बंधन से वह जीव
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Vadnagar hatkeshwar temple: गुजरात के वडनगर में स्थित हाटकेश्वर मंदिर एक अनूठा तीर्थ है। कहते है कि यहां मात्र 15 दिन भी कोई सच्चे मन से शिव जी की पूजा कर ले तो उसे परम गति प्राप्त होती है यानी जीवन-मृत्यु के बंधन से वह जीव मुक्त होकर शिवलोक को प्राप्त करता है। स्कंद पुराण के अनुसार त्रिलोक नापते समय वामन महाराज ने यहीं पर अपना पहला चरण रखा था इसीलिए इसका नाम चमत्कारपुर पड़ा। अब यह वडनगर नाम से जाना जाता है।
भगवान श्रीकृष्ण भी यहां आए थे और उन्होंने अनेक शिवलिंगों की स्थापना की। नरसी मेहता के पुत्र शामलदास का विवाह भी यहीं हुआ था।
भगवान शंकर के तीन लिंगों में से एक मुख्य लिंग हाटकेश्वर है। इनका मूल लिंग पाताल में है इसीलिए कहा गया है, पाताले हाटकेश्वरम। नागर ब्राह्मणों ने जहां भी अपनी बस्ती बसाई वहां-वहां उन्होंने हाटकेश्वर महादेव का मंदिर बनवाया है। सौराष्ट्र गुजरात में तो गांव-गांव में हाटकेश्वर के शिव मंदिर हैं।