Edited By Tanuja,Updated: 30 Dec, 2025 05:03 PM

बलूचिस्तान में बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (BLF) ने अलग-अलग हमलों में 10 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराने का दावा किया है। ये हमले पाकिस्तानी सेना की सुरक्षा विफलता और बलूच विद्रोह की बढ़ती तीव्रता को उजागर करते हैं।
International Desk: पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में सुरक्षा हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (BLF) ने अलग-अलग इलाकों में किए गए सिलसिलेवार हमलों में 10 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराने का दावा किया है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, ये हमले झाओ, बरखान, तुंप और तुर्बत क्षेत्रों में किए गए। यह घटनाक्रम ऐसे समय सामने आया है, जब इससे एक दिन पहले ही बलूच सशस्त्र समूहों ने कम से कम 15 पाक सैनिकों की मौत का दावा किया था।
BLF के प्रवक्ता मेजर ग्वाहराम बलोच ने बयान में कहा कि 28 दिसंबर की दोपहर अवारान जिले के झाओ क्षेत्र में पाकिस्तानी सैन्य काफिले पर घात लगाकर हमला किया गया। इस हमले में सेना की पैदल टुकड़ी, बम निरोधक दस्ता और एक पिकअप वाहन को निशाना बनाया गया। BLF के अनुसार, मौके पर 8 सैनिक मारे गए, जबकि 3 गंभीर रूप से घायल हुए। चौंकाने वाली बात यह रही कि काफिले की सुरक्षा में तैनात बख्तरबंद वाहन हमला होते ही भाग निकला, जिससे मारे गए और घायल सैनिक मौके पर ही छूट गए।
इसके कुछ घंटों बाद BLF ने बरखान जिले के रातखनी के पास एक सैन्य शिविर पर रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) से हमला किया। इस हमले में दो और पाक सैनिक मारे गए और एक घायल हुआ। इसके अलावा, तुर्बत में पाक नौसेना के शिविर के मुख्य द्वार पर हैंड ग्रेनेड हमला किया गया, जिससे सैनिक हताहत हुए और इलाके में गश्त बढ़ानी पड़ी। BLF ने साफ कहा है कि ‘स्वतंत्र बलूचिस्तान’ के लक्ष्य तक पहुंचने तक पाकिस्तानी सुरक्षा बलों पर हमले जारी रहेंगे। विश्लेषकों का मानना है कि ये हमले पाक सेना की जमीनी पकड़ कमजोर होनेऔर बलूचिस्तान में गहराते आंतरिक विद्रोह
का साफ संकेत हैं।