Edited By Pardeep,Updated: 06 Jan, 2022 10:08 PM

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों द्वारा कैपिटल (अमेरिकी संसद की इमारत)में किए गए बलवा और हिसंक हमले की बृहस्पतिवार को पहली बरसी मनाने
वाशिंगटनः अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों द्वारा कैपिटल (अमेरिकी संसद की इमारत)में किए गए बलवा और हिसंक हमले की बृहस्पतिवार को पहली बरसी मनाने के दौरान उसे ‘ईश्वर का सत्य' घोषित किया जिसने मौलिक रूप से कांग्रेस (संसद) को बदल दिया और दुनिया में अमेरिकी लोकतंत्र के भविष्य को लेकर चिंताएं पैदा की।
बाइडेन ने कहा, ‘‘हमारे इतिहास में पहली बार हुआ जब राष्ट्रपति की न केवल हार हुई बल्कि उसने शांतिपूर्ण सत्ता हस्तांरण को भी रोकने का प्रयास किया और भीड़ कैपिटल में दाखिल हो गई। लेकिन वे असफल रहे।'' कैपिटल में बाइडन ने कहा, ‘‘लोकतंत्र पर हमला किया गया था। हम लोगों ने सहा और हम लोगों की जीत हुई।''
राष्ट्रपति और डेमोक्रेट सांसदों के दिन की शुरुआत स्टैच्यूरी हॉल से हुई जो उन कई स्थानों में से है जहां पर भीड़ ने पिछले साल इसी दिन धावा बोला था। इस मौके पर बाइडन ने कैपिटल पर हमले की सच्चाई और झूठे आख्यान में अंतर बताया जिनमें कई रिपब्लिकन पार्टी द्वारा बाइडन की 2020 में मिली जीत को लगातार अस्वीकार किया जाना भी शामिल है। उन्होंने कहा, ‘‘आप और मैं एवं पूरी दुनिया ने अपनी आंखों से देखा।''
बाइडेन ने वहां मौजूद लोगों से कहा कि वे आंखे बंद कर उस दिन को याद करें, उस भयभीत करने वाले हिंसक दृश्य को देखे, भीड़ पुलिस पर हमला कर रही थी, सदन की स्पीकर को धमका रही थी, उप राष्ट्रपति को फांसी देने की धमकी दे रही थी और जब यह हो रहा था तबके राष्ट्रपति ट्रंप व्हाइट हाउस में टीवी पर इसे देख रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘छह जनवरी 2021 के बारे में ईश्वर की सच्चाई है कि वे संविधान को नष्ट करना चाहते थे।''
उल्लेखनीय है कि छह जनवरी की घटना की बरसी मनाने के लिए पूरे दिन कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं जिनमें डेमोक्रेट स्वयं या डिजिटल माध्यम से शामिल होंगे जबकि लगभग सभी रिपब्लिकन कैपिटल हिल से अनुपस्थिति रहे।