Edited By Tanuja,Updated: 21 Feb, 2023 04:46 PM
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन रूस-यूक्रेन जंग का एक साल पूरा होने के ठीक 4 दिन पहले सोमवार को अचानक कीव पहुंचे। बाइडेन के इस...
इंटरनेशनल डेस्कः अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन रूस-यूक्रेन जंग का एक साल पूरा होने के ठीक 4 दिन पहले सोमवार को अचानक कीव पहुंचे। बाइडेन के इस औचक दौरे पर अब पूरी दुनिया से रिएक्शन आ रहे हैं। बाइडेन ने कीव पहुंच कर रूस को कड़ा मैसेज देते हुए कहा, 'मैं आज राष्ट्रपति जेलेंस्की से मिलने कीव आया हूं, ये बताने की हम उनके साथ हैं।' चीन के विदेश मंत्री किन गैंग ने कहा- कुछ देश आग में घी डालने का काम कर रहे हैं। चीन के विदेश मंत्री चिन गांग ने मंगलवार को कहा कि उनका देश रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष को समाप्त करने में भूमिका निभाना चाहता है। यूक्रेन पर हमले में रूस को चीन का मजबूत राजनीतिक समर्थन प्राप्त है।
गांग ने बीजिंग में एक सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि चीन इस बात को लेकर चिंतित है कि करीब एक साल से चल रहा युद्ध और बढ़ सकता है तथा नियंत्रण से बाहर हो सकता है। उन्होंने कहा कि चीन शांति वार्ता की अपील करता रहेगा तथा चाहेगा कि एक राजनीतिक समाधान निकालने के लिए चीन की समझदारी का लाभ उठाया जाए। गांग ने संभवत: अमेरिका और उसके सहयोगी देशों द्वारा यूक्रेन को प्रदान की जा रही सैन्य सहायता का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘हम संबंधित देशों से यह अपील भी करते हैं कि आग में घी डालने का काम फौरन बंद कर दें, चीन को जवाबदेह ठहराना बंद करें और आज यूक्रेन, कल ताइवान के विमर्श को हवा देना बंद करें।'' इस तरह की भी चिंताएं हैं कि चीन स्वशासी द्वीपीय लोकतांत्रिक देश ताइवान पर अपनी संप्रभुता के दावे के लिए बल प्रयोग की धमकियों पर अमल करने की तैयारी कर रहा है।
चीन ने यूक्रेन के आम नागरिकों के खिलाफ रूस के हमलों या अत्याचारों की निंदा करने से इंकार कर दिया है, वहीं उसने मॉस्को के खिलाफ पश्चिमी देशों की आर्थिक पाबंदियों की कड़ी निंदा की। हालाकि रूस ने अभी तक आधिकारिक तौर पर बाइडेन के कीव दौरे पर कोई बयान नहीं दिया है। हालांकि, इससे वहां के मिलिट्री एक्सर्टस और मीडिया में काफी हलचल मची हुई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रूस के जानेमाने पत्रकार सर्गेई मरदन ने टेलीग्राम चैनल पर लिखा, बाइडेन का कीव में होना रूस के लिए शर्मनाक है। बहादुरी की बातें केवल बच्चों के लिए छोड़ देनी चाहिए।
वहीं रूस की फेडरल सिक्योरिटी सर्विस के पूर्व अधिकारी इगोर गिरकिन ने बाइडेन को दादा जी कहा। उन्होंने कहा कि इसमें कोई हैरानी की बात नहीं कि वो जंग के मैदान में आकर भी वापस सही सलामत लौट सकते थे। उन्हें उकसाने के अलावा कुछ आता भी नहीं है। एक टेलीग्राम चैनल जिसे रूस की सेना के अफसर मैनेज करते हैं उसमें एक अधिकारी ने लिखा कि पुतिन से पहले बाइडेन ही कीव पहुंच गए। जंग का एक साल पूरा होने वाला है हम कीव में अमेरिका नहीं बल्कि रूस के राष्ट्रपति को देखना चाहते हैं। कीव में रहने वाली इन्ना रोमानिउक ने रॉयटर्स को बताया कि बाइडेन की विजिट बेहतरीन है। आखिरकार हमारे पार्टनर ये साबित करने लगे हैं कि वो हमारे साथ हैं। मुझे पहले अमेरिका पर शक था पर उन्होंने अपनी दोस्ती को साबित कर दिया। वहीं कीव में ही रहने वाले यूरी का मानना है कि बाइडेन को जल्द ही ऐलान कर देना चाहिए की वो हमें F-16 जेट देने वाले हैं।