Edited By Rohini Oberoi,Updated: 07 Sep, 2025 03:05 PM

जापान की राजनीति में एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा जल्द ही अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। हालांकि उन्होंने अभी तक इस्तीफे की कोई निश्चित तारीख नहीं बताई है लेकिन इस खबर ने पूरे देश में हलचल मचा दी है।
इंटरनेशनल डेस्क। जापान की राजनीति में एक बार फिर बड़ा भूचाल आ गया है। प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। राष्ट्रीय प्रसारक NHK ने बताया कि इशिबा ने यह कदम सत्ताधारी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) में फूट को रोकने के लिए उठाया है। उनका यह फैसला ऐसे समय में आया है जब कुछ हफ्ते पहले ही उन्होंने इस्तीफे की खबरों को खारिज किया था।
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क्यों दिया इस्तीफा?
शिगेरू इशिबा का इस्तीफा ऐसे समय में आया है जब उनकी पार्टी LDP को जुलाई में हुए चुनावों में ऐतिहासिक हार का सामना करना पड़ा था। इस हार के बाद पार्टी ने ऊपरी सदन में अपना बहुमत खो दिया जिससे पार्टी के भीतर मतभेद और असंतोष बढ़ गया था। इशिबा ने अपने इस्तीफे के पीछे पार्टी में एकता बनाए रखने और देश को राजनीतिक अस्थिरता से बचाने का उद्देश्य बताया है। उनके इस फैसले का असर न केवल जापान की आंतरिक राजनीति पर पड़ेगा बल्कि अमेरिका-जापान व्यापार संबंधों और अन्य अंतरराष्ट्रीय समझौतों पर भी इसका असर देखने को मिल सकता है।
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पिछले 5 सालों में 4 प्रधानमंत्री
जापान की राजनीति में पिछले 5 सालों से लगातार अस्थिरता बनी हुई है जहाँ कोई भी प्रधानमंत्री लंबे समय तक टिक नहीं पा रहा है।
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योशिहिदे सुगा: इनका कार्यकाल 16 सितंबर 2020 से 4 अक्टूबर 2021 तक रहा जो लगभग 384 दिन था।
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फुमियो किशिदा: इनका पहला कार्यकाल सिर्फ 38 दिन का था (4 अक्टूबर 2021 से 10 नवंबर 2021)। बाद में वे फिर से प्रधानमंत्री बने और 1,057 दिन तक पद पर रहे।
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शिगेरू इशिबा: इनका पहला कार्यकाल मात्र 42 दिन का था (1 अक्टूबर 2024 से 11 नवंबर 2024)।
प्रधानमंत्री के कार्यकाल में बार-बार हो रहे इस बदलाव की मुख्य वजह LDP के भीतर का सत्ता संघर्ष और गुटबाजी मानी जा रही है। एक बार फिर पीएम पद में होने जा रहे बदलाव से जापान का राजनीतिक भविष्य अधर में लटक गया है।