Edited By Tanuja,Updated: 12 Nov, 2025 07:18 PM

गृहयुद्ध झेल रहे म्यांमार ने रूस और चीन से मिले हेलीकॉप्टर और विमान अपनी वायुसेना में शामिल किए हैं। पश्चिमी प्रतिबंधों के बावजूद दोनों देश सैन्य सहायता दे रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ये कदम म्यामां की वायुसेना को मजबूती देगा और रूस-चीन के...
International Desk: म्यांमार ने कहा है कि उसने अपनी वायुसेना में रूसी हेलीकॉप्टरों और चीनी विमानों को शामिल किया है। म्यांमार में खूनी गृहयुद्ध की समाप्ति को लेकर अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद दोनों देश अब भी सैन्य सरकार को उपकरणों की आपूर्ति कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोपीय संघ और अन्य देशों ने म्यांमार पर प्रतिबंध लगा रखे हैं, जिनमें हथियारों की बिक्री पर रोक भी शामिल है। हालांकि रूस और चीन लगातार म्यांमार की सेना को करोड़ों डॉलर के उपकरण उपलब्ध करा रहे हैं।
सेना द्वारा उपलब्ध कराई गई तस्वीरों से पता चलता है कि उन्हें तीन रूसी एमआई-38टी हेलीकॉप्टर और दो चीनी वाई-8 विमान प्राप्त हुए हैं, जिनके बारे में विशेषज्ञों ने कहा कि इनका उपयोग संभवतः पहाड़ी क्षेत्रों में जंग के लिए सैनिकों को लाने के लिए किया जाएगा। सेना ने राजधानी ने पी ता में सात नवंबर को विमान को सेना में शामिल करने के अवसर पर जारी एक विज्ञप्ति में कहा कि यह परिवहन विमान म्यांमार की हवाई क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर सेना को मजबूती प्रदान करेगा।
म्यांमार की सत्तारूढ़ सैन्य सरकार के प्रमुख वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग ने एक बयान में कहा, "वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय संघर्ष और आंतरिक स्थिति स्पष्ट रूप से सभी प्रकार के विमानों की आवश्यक भूमिका की ओर इशारा करती है।" म्यामां संघर्ष मानचित्र परियोजना का संचालन करने वाले इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रैटेजिक स्टडीज के सिंगापुर स्थित विश्लेषक मॉर्गन माइकल्स ने कहा, "नए हेलीकॉप्टरों और विमानों की आपूर्ति से पता चलता है कि म्यामां की सेना आर्थिक और कूटनीतिक दबावों के बावजूद महत्वपूर्ण उपकरण हासिल करना जारी रखे हुए है, जिसमें रूस एक महत्वपूर्ण है।" रक्षा-खुफिया कंपनी जेन्स के अनुसार, म्यामां रूस का एमआई-38टी का पहला ज्ञात निर्यात ग्राहक है।